मारवाड़ी युवा मंच राँची शाखा के संस्थापक एवं पूर्व अध्यक्ष संजय सिंघानिया का अंतिम संस्कार स्वर्णरेखा घाट में किया गया। उनके अंतिम यात्रा में शहर के विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के लोग शामिल हुए। उनका निधन वृहस्पतिवार को रात में बूटी मोड़ स्थित मेडिका अस्तपाल में हो गया था।
संजय सिंघानिया शहर के एक सफल व्यापारी थे। 1992 में जब मारवाड़ी समाज राँची में आकार ले रहा था तब अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के नेतृत्व में उन्होंने राँची शहर में मारवाड़ी युवा मंच राँची शाखा को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। वो राँची शाखा के संस्थापक सदस्यों में से थे। वो विभिन्न सामाजिक संघठनो से जुड़े हुए थे और सेवा का कार्य कर रहे थे।
उनको नजदीक से जानने वाले एवं राँची शाखा के पूर्व अध्यक्ष प्रेम प्रकाश अग्रवाल ने बताया की वो बहुत ही सभ्य और विनम्र व्यक्ति थे, वो शहर के सफल व्यापारियो में से थे। वो हमेशा देश और समाज को सर्वपरि मानते थे। संजय सिंघानिया हमेशा कहते थे समाज सेवा के लिए होता है और संघठन समाज के लिए। उनका एक नारा था ' संघठन कभी ना टूटे समाज हमेशा जुटे। ' पूर्व अध्यक्ष ने कहा, आज उनका जाना हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। इसकी भरपाई कभी नही हो सकती। वो हम सभी के मार्गदर्शक थे और हमेशा रहेंगे।
चुटिया स्थित उनके आवास निकली अंतिम यात्रा में मारवाड़ी युवा मंच राँची शाखा के सभी सदस्यों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
स्वर्णरेखा घाट में संजय सिंघानिया को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे ने दी। वो अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र, एक पुत्री छोड़ गए है।
अंतिम यात्रा में शामिल होने वालों में विनय अग्रवाल, प्रेम प्रकाश अग्रवाल, मुकेश काबरा, मुकेश जाजोदिया, प्रभात साबू, प्रवीण जैन छाबड़ा, मुकेश जालान, राहुल अग्रवाल, विष्णु प्रसाद, अर्जुन सिंघानिया, प्रमोद सिंघानिया, रोहित शारदा, प्रदीप मोदी, भरत अग्रवाल, कृष्णा शर्मा, मनोज अग्रवाल, पवन अग्रवाल, कमल चौधरी, मुरारी अग्रवाल, अरविन्द सोमानी, तुषार विजयवर्गीय, दीपक गोयनका, मनीष लोधा, विशाल पाड़िया, संजय बजाज, रवि आनंद, अमित चौधरी, प्रकाश दलानिया, मयंक बुधिया, समेत अन्य शाखा के सदस्य शामिल थे।
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