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मंगलवार, 18 दिसंबर 2018

चतरा संसदीय क्षेत्र : गरमाने लगा है स्थानीय बनाम बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा


यूपीए और एनडीए तलाश रहा उम्मीदवार
 सुधांशु सुमन सशक्त दावेदार
 

रांची। चतरा संसदीय क्षेत्र से आगामी लोकसभा चुनाव के  जंग-ए-मैदान में उतरने के लिए यूपीए और एनडीए में शामिल दलों के नेताओं ने कसरत शुरू कर दिया है। यहां स्थानीय बनाम बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा भी गरमाने लगा है। गौरतलब है कि चतरा झारखंड ही नहीं देश का एकमात्र संसदीय क्षेत्र है, जहां अब तक कोई स्थानीय नेता सांसद नहीं बना। इसकी वजह यह रही कि यहां चुनावी मैदान में मुख्य संघर्ष में शामिल दल भी बाहर से ही अपने उम्मीदवार उतारते रहे हैं। इस बार आनेवाले लोकसभा चुनाव के लिए भी विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा यही कवायद चल रही है। लेकिन चतरा संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं का मिजाज तेजी से बदल रहा है। यहां की जनता इस बार चुनाव में  किसी ऐसे नेता के माथे पर विजय का तिलक लगाना चाह रही है, जो उनके बीच उनकी समस्याओं को लेकर सदैव सक्रिय रहा हो और जो उनके लिए सर्वसुलभ हो। राजनीतिक हलकों की चर्चा के मुताबिक भाजपा अपने वर्तमान सांसद सुनील कुमार सिंह को किसी दूसरे संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारकर चतरा में नया प्रत्याशी देना चाहती है।
  वहीं, विपक्षी दलों के कई नेता भी इस क्षेत्र में खेमा गाड़कर अपनी दावेदारी मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों के महागठबंधन का प्रारूप लगभग तैयार हो चुका है। सीटों के बंटवारे को लेकर आपसी सहमति भी  बन चुकी है। इसके मुताबिक झारखंड के 14 संसदीय क्षेत्रों में छह सीटों पर कांग्रेस, चार पर झामुमो, दो पर झाविमो, एक पर राजद और एक सीट पर वाम दलों का प्रत्याशी होगा। महागठबंधन के तहत यह सीट कांग्रेस के हिस्से में जाना लगभग तय है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के कई नेता महागठबंधन का संयुक्त उम्मीदवार बनने के जुगाड़ में रांची और दिल्ली दरबार की परिक्रमा कर रहे हैं। लेकिन राजनीतिक गलियारों से यह बात छनकर आ रही है कि इस बार विपक्षी महागठबंधन की ओर से चतरा संसदीय क्षेत्र निवासी प्रख्यात समाजसेवी सुधांशु सुमन साझा उम्मीदवार हो सकते हैं। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि श्री सुमन बतौर जनप्रतिनिधि चतरा की जनता की पहली पसंद हैं। वह विगत दस वर्षों से चतरा संसदीय क्षेत्र की जनता के दुख-दर्द में शामिल होते रहे हैं। जनसमस्याओं के समाधान के लिए संघर्षरत रहते हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा भी ऐसे उम्मीदवार को चतरा में उतारना चाह रही है, जो स्थानीय के साथ साथ जनता की पसंद हैं । इस पैमाने पर श्री सुमन खरा उतरते हैं। जानकारी के मुताबिक श्री सुमन चतरा संसदीय क्षेत्र में लगातार जनसमस्याओं को लेकर मुखर हैं। जनता को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए संघर्षरत हैं। चतरा के हर गांव, गली-कूचे में उनकी जयकार होती है। चतरा के 2276 गांवों में सड़क, बिजली, पानी सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। यही नहीं, वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्र प्रेम का अलख भी जगा रहे हैं।
 बहरहाल, कांग्रेस हो या भाजपा, कोई भी दल यदि जनता के लिए सर्वसुलभ और उनके बीच सक्रिय किसी स्थानीय नेता को चुनाव मैदान में उतारे तो बाजी मार सकती है।

चतरा के अबतक के सांसद
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1957: विजया राजे, सीएनएसपीजेपी (जनता पार्टी)
1962: विजया राजे, स्वतंत्र
1967: विजया राजे, स्वतंत्र
1971: शंकर दयाल सिंह, कांग्रेस
1977: सुखदेव वर्मा, जनता पार्टी
1980: रंजीत सिंह, कांग्रेस
1989: उपेंद्र नाथ वर्मा, जनता दल
1991: उपेंद्र नाथ वर्मा, जनता दल
1996: धीरेंद्र अग्रवाल, भारतीय जनता पार्टी
1998: धीरेंद्र अग्रवाल, भारतीय जनता पार्टी
1999: नागमणि, राष्ट्रीय जनता दल
2004: धीरेंद्र अग्रवाल, राष्ट्रीय जनता दल
2009: इंदर सिंह नामधारी, स्वतंत्र
2014: सुनील कुमार सिंह, भारतीय जनता पार्टी

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