रांची। झारखण्ड NSUI के तत्वावधान में झारखण्ड NSUI के द्वारा रांची विवि से मोराबादी ग़ांधी प्रतिमा तक विरोध मार्च निकाला। मुद्दा था दिल्ली छात्र संघ चुनाव में हुई धांधली एवं बीजेपी और उसके सहयोगी छात्र संगठन द्वारा सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने के संबंध में। साथ ही दिल्ली विवि छात्र संघ चुनाव में ABVP के EVM के द्वारा अध्यक्ष पद पर जीतने वाले प्रत्याशी का नामांकन फर्जी पाया जाना। विरोध मार्च की अध्यक्षता झारखण्ड NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आमिर हाशमी ने की । मौके पर अध्यक्ष आमिर हाशमी ने कहा कि जिस तरह से EVM का इस्तेमाल किया जा रहा है इससे लोकतंत्र पर गहरा संकट मंडरा रहा है जिसका NSUI पुरजोर विरोध करता है एवं राष्ट्रीय स्तर पे ये मांग करता है कि जितने भी छात्र संघ चुनाव होते है वो बैलेट पेपर पर हों। जिससे किसी प्रकार की धांधली ना हो सके। गौरतलब है कि दिल्ली छात्र संघ चुनाव में इलेक्शन कॉमिशन द्वारा ये बयान दिया गया कि हमने Evm दी ही नही है इससे ये साफ़ जाहिर होती है कि ये सरकार सिर्फ EVM के सहारे टिकी हुई है जहाँ जहाँ बैलेट पेपर से चुनाव हुवा है वहां NSUI पूर्ण बहुमत से जीता है और ABVP सिर्फ EVM तक टिका है ।
विरोध मार्च में मुख्यरूप से :- NSUI के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष अमीर हाशमी, प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह एवम अनिकेत राज, सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर आरुषि वंदना, अभिजीत प्रताप सिंह, प्रदेश महासचिव शिवम , जिला अध्यक्ष विककी ठाकुर, जिला माहसचिव अब्दुल राबनावज़, रवि राज, राजवीर , गोपाल कृष्ण पांडे आकाश कुमार, रोशन मुंडा, रूपेश कुमार, अरुण सांगा, अमन खान, दीपक कुमार मंडल, मुशर्रफ हुसैन,आकाश कन्हिया रजक, राहत पांडे, आशुतोष शर्मा, अमरनाथ तिवारी, मृण्हाज़ मिर्जा, मोहबद समशाद, समीर पिंगवा, शाहबाज आलम, मोहमद सहजाद, हुमायूं अंसारी, आदि मौजूद थे।
विरोध मार्च में मुख्यरूप से :- NSUI के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष अमीर हाशमी, प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह एवम अनिकेत राज, सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर आरुषि वंदना, अभिजीत प्रताप सिंह, प्रदेश महासचिव शिवम , जिला अध्यक्ष विककी ठाकुर, जिला माहसचिव अब्दुल राबनावज़, रवि राज, राजवीर , गोपाल कृष्ण पांडे आकाश कुमार, रोशन मुंडा, रूपेश कुमार, अरुण सांगा, अमन खान, दीपक कुमार मंडल, मुशर्रफ हुसैन,आकाश कन्हिया रजक, राहत पांडे, आशुतोष शर्मा, अमरनाथ तिवारी, मृण्हाज़ मिर्जा, मोहबद समशाद, समीर पिंगवा, शाहबाज आलम, मोहमद सहजाद, हुमायूं अंसारी, आदि मौजूद थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें