रांची। 'संविधान बचाव-जान बचाव, भाजपा भगाव-देश बचाव' के नारे के साथ मोरहाबादी (रांची) में 27 नवंबर को आयोजित होने वाली महारैली के लिए भाकपा जिला परिषद ने रांची के कई प्रखंडों का दौरा किया। इस रैली के समर्थन के लिए कई गांवों में बैठकें की।
इन बैठकों में आदिवासी- दलित, मजदूर-किसान, अल्पसंख्यक और नौजवानों ने भाग लिया और महारैली में भारी संख्या में शामिल होने का संकल्प लिया। भाकपा रांची जिला के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि महारैली के जरिये उठाये जा रहे मुद्दे जैसे केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा हो रही वादाखिलाफी और भ्रष्टाचार से जनता परेशान है और भाजपा-आरएसएस के नेतृत्व वाली सरकारों के प्रति जनता का मोहभंग हो चुका है। वहीं भूअधिग्रहण कानून, 2013 में संशोधन को सरकार अदाणी व अंबानी के इशारे पर लायी है, जिससे किसान व खेती तहस-नहस हो रही है।
दौरे के क्रम में हटिया, कांके व मांडर प्रखंड के गांवों में अभियान संचालित हुआ और पोस्टर व पर्चे का वितरण कर महारैली के उद्देश्यों को जनता के बीच रखा गया। दौरे में जिला सचिव के साथ जिला कोषाध्यक्ष फरज़ाना फ़ारूक़ी, एटक नेता लालदेव सिंह, राज्य परिषद सदस्य उमेश नज़ीर व मेहुल मृगेंद्र, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष इसहाक अंसारी व हसीब अंसारी, आदिवासी नेता जितेंद्र महली समेत कई लोग शामिल थे।
इन बैठकों में आदिवासी- दलित, मजदूर-किसान, अल्पसंख्यक और नौजवानों ने भाग लिया और महारैली में भारी संख्या में शामिल होने का संकल्प लिया। भाकपा रांची जिला के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि महारैली के जरिये उठाये जा रहे मुद्दे जैसे केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा हो रही वादाखिलाफी और भ्रष्टाचार से जनता परेशान है और भाजपा-आरएसएस के नेतृत्व वाली सरकारों के प्रति जनता का मोहभंग हो चुका है। वहीं भूअधिग्रहण कानून, 2013 में संशोधन को सरकार अदाणी व अंबानी के इशारे पर लायी है, जिससे किसान व खेती तहस-नहस हो रही है।
दौरे के क्रम में हटिया, कांके व मांडर प्रखंड के गांवों में अभियान संचालित हुआ और पोस्टर व पर्चे का वितरण कर महारैली के उद्देश्यों को जनता के बीच रखा गया। दौरे में जिला सचिव के साथ जिला कोषाध्यक्ष फरज़ाना फ़ारूक़ी, एटक नेता लालदेव सिंह, राज्य परिषद सदस्य उमेश नज़ीर व मेहुल मृगेंद्र, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष इसहाक अंसारी व हसीब अंसारी, आदिवासी नेता जितेंद्र महली समेत कई लोग शामिल थे।
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