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सोमवार, 19 नवंबर 2018

झारखंड के गांवों में परिवर्तन का वाहक बनेगा यह कृषि विश्वविद्यालयः रघुवर दास



रांची। कृषि और भारतीय संस्कारों को समर्पित यह कृषि विश्वविद्यालय झारखंड के गांवों में परिवर्तन का वाहक बनेगा। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने यह बात झारखण्ड मंत्रालय में रामकृष्ण मिशन आश्रम, मोरहाबादी, रांची एवं झारखण्ड सरकार के कृषि विभाग के बीच स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए 150 नए सीट के लिए MoU पर हस्ताक्षर किये जाने के अवसर पर कही। रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शिक्षण एंड शोध संस्थान, बेलूर मठ के कुलपति स्वामी आत्माप्रियानन्द तथा कृषि निदेशक श्री रमेश घोलप ने MoU पर हस्ताक्षर किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय केंद्र होगा जिसमें 5 वर्षीय इंटीग्रेटेड एमएससी कोर्स कृषि, ग्रामीण विकास एवं ट्राइबल डेवलपमेन्ट पर चलाया जाएगा। रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शिक्षण एवं शोध संस्थान का ऑफ कैंपस रामकृष्ण मिशन आश्रम, रांची (मोरहाबादी) को 2 करोड़ 94 लाख रूपए का वार्षिक अनुदान की स्वीकृति दी गई है। झारखंड में कृषि को प्राथमिकता के रूप में लिया जा रहा है। राज्य में कृषि शिक्षण को बढ़ावा देने हेतु इस संस्थान को अनुदान दिया जा रहा है। अनुदान की राशि दो किस्तों में दी जाएगी।राज्य के 150 युवाओं को कृषि एवं संबंद्ध क्षेत्रों में सशक्त करने हेतु इस संस्थान में दाखिला किया जाएगा। साथ ही, इस संस्थान में तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के पदों पर यहां के नागरिकों को प्राथमिकता से बहाल किया जायेगा।

कृषि सचिव श्रीमती पूजा सिंघल ने बताया कि रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शिक्षण एवं शोध संस्थान एक स्वीकृत डीम्ड विश्वविद्यालय है। इसका एक स्वीकृत ऑफ कैंपस कैंपस रामकृष्ण मिशन आश्रम,रांची (मोरहाबादी) में एकीकृत ग्रामीण एवं आदिवासी विकास एवं प्रबंधन (IRTDM) संकाय केंद्र के रूप में संचालित है। इस संस्थान में IRTDM संकाय केंद्र द्वारा राज्य के युवाओं में शिक्षा एवं कौशल विकास हेतु राज्य में कृषि, ग्रामीण एवं आदिवासी विकास तथा कृषि आधारित उद्यमिता के विकास के लिए विभिन्न शैक्षिक एवं शोध पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे है। कृषि सचिव ने यह बताया कि विश्वविद्यालय में पूर्व से संचालित कोर्स के अलावा 150 सीटों की क्षमता वाले नए कोर्स बी शुरू किए जाएंगे। कृषि विज्ञान में स्नातक पाठ्यक्रम, 3 डिप्लोमा पाठ्यक्रम एवं 3 तीन स्नाकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम जैसे नवीन पाठ्यक्रमों को संचालित किया जाएगा तथा पूर्व से संचालित पाठ्यक्रम यथावत् चलते रहेंगे।

रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शिक्षण एवं शोध संस्थान के कुलपति स्वामी आत्माप्रियानंद ने कहा कि यह संस्थान के लिए गौरव की बात है। 1969 में सन स्थापित रांची में यह संस्थान आने वाले दिनों में कृषि आजीविका और भारतीय संस्कारों के लिए पूरे देश में पथ प्रदर्शक विश्वविद्यालय होगा।

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