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बुधवार, 14 नवंबर 2018

अनुकरणीय :मानवसेवा की प्रतिमूर्ति हैं विनोद भगेरिया

* समाज के लिए समर्पित व्यक्तित्व

रांची। कुछ लोगों के लिए निज हित नहीं, समाज हित सर्वोपरि होता है। ऐसे व्यक्ति समाज के लिए जीते और मरते हैं। व्यक्तिगत स्वार्थ से परे हटकर पीड़ित मानवता की सेवा में अपने जीवन की आहुति दे देते हैं। ऐसी ही एक शख्सियत हैं झारखंड के चक्रधरपुर (सीकेपी) निवासी लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता विनोद कुमार भगेरिया। श्री भगेरिया किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। बचपन से ही शालीन और मृदुभाषी विनोद मिलनसार प्रवृत्ति के हैं। स्थानीय लोगों के सुख दुख मे शामिल होना उनकी आदतों में शुमार है। अपने पारिवारिक दायित्वों और व्यावसायिक कार्यों को बखूबी निभाते हुए सामाजिक गतिविधियों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं। समाजसेवा के कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए उन्होंने स्वयंसेवी संस्था भगेरिया फाउंडेशन का गठन किया है। पेशे से व्यवसायी श्री भगेरिया रोटरी क्लब, रेडक्रॉस सोसाइटी सहित विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों से भी जुड़े हैं। उन्होंने अपने कुछ सहयोगियों को साथ लेकर मिशन एक प्रयास कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसके तहत शहर की मलीन बस्तियों में गरीब व हाशिए पर रहने को विवश लोगों की सहायता की जाती है। चक्रधरपुर के स्लम बस्तियों में रहनेवाले लोग उन्हें अपना मसीहा मानते हैं। झुग्गी झोपड़ी में बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोगों को हरसंभव मदद करना, उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रति उनकी सक्रियता की वजह से लोग उन्हें श्रद्धा और सम्मान देते हैं। प्रत्येक वर्ष नियमित रूप से नववर्ष के अवसर पर आदिम जनजाति के बच्चों के बीच वस्त्र और अन्य सामग्री का वितरण करना उनका शौक है। बिरहोर व अन्य आदिम जनजाति समुदाय के लोग उन्हें मसीहा के तौर पर सम्मान देते हैं। यही नहीं, वह पीड़ित मानवता की सेवा के प्रति भी समर्पित रहते हैं। गरीबों को नि:शुल्क शिक्षा दिलाना, स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, रक्तदान शिविर लगाना, गरीबों के बीच कंबल वितरण आदि सामाजिक कार्यों को बखूबी अंजाम देने में जुटे रहते हैं। उनके इस पुनीत कार्य में उनकी संस्था के सहयोगी व अन्य सामाजिक संस्थाओं का सहयोग मिलता है। भूखे प्यासे लोगों को रोटी व उनके निवाले का इंतजाम करना उनकी महानता का परिचायक है। प्रत्येक शनिवार को श्री भगेरिया सामाजिक संस्था जननायक समिति को सहयोग करते हुए चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर गरीबो को रोटी- सब्जी मुहैया कराते हैं। उनकी संस्था समय- समय पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन करती है। आगामी माह 2 दिसंबर को चक्रधरपुर में उनकी संस्था का 9 वां रक्तदान शिविर का आयोजन निर्धारित किया गया है। वह बताते हैं कि मानवता की सेवा सबसे बड़ा मानव धर्म है। गरीबों की सेवा से सुखद अनुभूति मिलती है। श्री भगेरिया कहते हैं कि अपने जीवन को धन्य बनाना है तो मानवसेवा को अपना मिशन बनाएं। जीवन सार्थक होगा।
(रांची से प्रकाशित हिन्दी सांध्य दैनिक मेट्रो रेज से साभार )

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