पूर्ण विद्युतीकृत जिला बना रांची
रांची। शत-प्रतिशत विद्युतीकृत जिलों की सूची में शामिल हो गया।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अनगड़ा प्रखंड परिसर में आयोजित समारोह में इसकी विधिवत
घोषणा की। पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और सौभाग्य योजना के तहत
घर-घर बिजली पहुंचाने का अभियान पूरे झारखंड में चल रहा है। इससे पूर्व रामगढ़,
बोकारो और धनबाद पूर्ण विद्युतीकृत जिले घोषित किए जा चुके हैं। इस मौके पर
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जिस रांची को बहुत पहले हर घर बिजली वाला जिला बन
जाना चाहिए था वह राजनीति का शिकार होता रहा। वर्ष 2014 तक रांची जिले के मात्र 4
लाख घरों में बिजली थी। विगत चार वर्षों में उनकी सरकार ने दो लाख घरों तक बिजली
पहुंचाई। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग और विद्युतीकरण का काम
करने वाली एजेंसियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पूर्व में बिजली विभाग में
भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा था। उन्होंने सत्ता संभालते ही विभाग को भ्रष्टाचार
मुक्त करने में सफल हुए। उन्हें कहा कि बिजली के बिना विकास संभव नहीं है। सीएम ने
कहा कि आजादी के 67 साल तक गावों को अंधेरे में रखना एक राजनीतिक चाल थी। उन्होंने
कहा कि वे राजनीति से जनता को ठगने नहीं आए हैं। 2019 में 24 घंटे बिजली देना
सरकार का लक्ष्य है। अगस्त 2019 से गांवों में भी 24 घंटे बिजली होगी। 2020 तक
ऊर्जा के क्षेत्र में झारखंड आत्म निर्भर हो जाएगा। उन्होंने नागरिकों से एलइडी
लाइट का प्रयोग अधिक करने और रांची को सौर्य सिटी बनाने की अपील की। इस अवसर पर
रबा और सिल्ली में बिजली ग्रीड निर्माम की आधारशिला रख गई। मौके सांसद रामटहल
चौधरी, राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, विधायक रामकुमार
पाहन नवीन जायसवाल, विकास सिंह मुंडा मेयर आशा लकड़ा सहित र्जा विभाग के वरिष्ठ
अधिकारी व स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
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