रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय दुर्गोत्सव के दौरान महा अष्टमी के दिन शहर के अल्बर्ट एक्का चौक स्थित दुर्गा बाड़ी में मां दुर्गे की पूजा-अर्चना में शामिल हुए और माता के दरबार में मत्था टेका। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नवरात्र मां दुर्गा की उपासना का पावन पर्व है। जीवन में माता का स्थान सर्वोच्च होता है। हमें जन्म देने से लेकर अच्छे संस्कारों से पोषित और पल्लवित करने में मां की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस संबंध में दुर्गा स्तुति में भी वर्णित है कि पुत्र कुपुत्र हो सकता है, पर माता कुमाता नहीं हो सकती। हर हाल में मां पूज्य होती है। मां हमारा सदैव मार्गदर्शन करती रहती है। जीवन में कदम- कदम पर हमारी रक्षा करती हैं। हमारे जीवन की पहली शिक्षक भी मां ही होती हैं। मां सिर्फ जन्मदाता ही नहीं बल्कि जीवन में सत्कर्मों का रास्ता दिखाते हुए हमारा मार्गदर्शन भी करती हैं। उन्होंने कहा कि नवरात्र में मां दुर्गे की आराधना काफी महत्वपूर्ण है। श्री सहाय ने कहा कि जीवन में अच्छे कर्म करते हुए अच्छे रास्ते पर सदैव आगे बढ़ते रहें, इसके लिए उन्होंने मां दुर्गे से आशीष मांगे। इस अवसर पर श्री सहाय के साथ समाजसेवी दीपक लाल व अन्य मौजूद थे। उन्होंने सबों को नवरात्रि और दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं दी और श्रद्धालुओं से सौहार्द्रपूर्ण माहौल में दुर्गा पूजा मनाने की अपील की।
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सोमवार, 7 अक्तूबर 2019
दुर्गा बाड़ी में मां दुर्गे की आराधना में शामिल हुए सुबोध कांत सहाय
रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय दुर्गोत्सव के दौरान महा अष्टमी के दिन शहर के अल्बर्ट एक्का चौक स्थित दुर्गा बाड़ी में मां दुर्गे की पूजा-अर्चना में शामिल हुए और माता के दरबार में मत्था टेका। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नवरात्र मां दुर्गा की उपासना का पावन पर्व है। जीवन में माता का स्थान सर्वोच्च होता है। हमें जन्म देने से लेकर अच्छे संस्कारों से पोषित और पल्लवित करने में मां की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस संबंध में दुर्गा स्तुति में भी वर्णित है कि पुत्र कुपुत्र हो सकता है, पर माता कुमाता नहीं हो सकती। हर हाल में मां पूज्य होती है। मां हमारा सदैव मार्गदर्शन करती रहती है। जीवन में कदम- कदम पर हमारी रक्षा करती हैं। हमारे जीवन की पहली शिक्षक भी मां ही होती हैं। मां सिर्फ जन्मदाता ही नहीं बल्कि जीवन में सत्कर्मों का रास्ता दिखाते हुए हमारा मार्गदर्शन भी करती हैं। उन्होंने कहा कि नवरात्र में मां दुर्गे की आराधना काफी महत्वपूर्ण है। श्री सहाय ने कहा कि जीवन में अच्छे कर्म करते हुए अच्छे रास्ते पर सदैव आगे बढ़ते रहें, इसके लिए उन्होंने मां दुर्गे से आशीष मांगे। इस अवसर पर श्री सहाय के साथ समाजसेवी दीपक लाल व अन्य मौजूद थे। उन्होंने सबों को नवरात्रि और दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं दी और श्रद्धालुओं से सौहार्द्रपूर्ण माहौल में दुर्गा पूजा मनाने की अपील की।
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