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बुधवार, 30 अक्टूबर 2019

बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं प्रोफेसर नवल लुगुन



"इंसान का इंसान से हो भाईचारा,यही पैगाम हमारा" उक्त पंक्तियों को अपने जीवन में आत्मसात कर सर्व-धर्म, सम-भाव के आदर्शों पर चलकर कुछ लोग समाज हित के प्रति समर्पित रहते हैं। ऐसी ही एक शख्सियत हैं राजधानी रांची के जीएल चर्च कैंपस निवासी प्रोफेसर नवल लुगुन। वे मूल रूप से झारखंड के सिमडेगा जिले के निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा रांची में हुई। गौस्सनर मिडिल स्कूल से उन्होंने प्राइमरी एवं गौस्सनर हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की।तत्पश्चात गौस्सनर कॉलेज, रांची से ही इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने रांची विश्वविद्यालय से भू विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। तत्पश्चात गौस्सनर कॉलेज में ही बतौर विज्ञान के व्याख्याता  नियुक्त हुए। विगत तकरीबन 31 वर्षों से प्रोफेसर लुगुन गोस्सनर कॉलेज में प्राध्यापक पद पर रहते हुए अपनी अध्यापन क्षमता से छात्रों को लाभान्वित कर रहे हैं। प्रोफेसर लुगुन छात्र जीवन में ही छात्र हित के लिए सदैव संघर्षरत रहा करते थे। वह कई छात्र संगठनों से भी जुड़े हैं। इसमें मुख्य रूप से आदिवासी छात्र संघ है। वह सेंगेल आंदोलन में भी अग्रणी भूमिका निभाते रहे। अध्यापन और शिक्षण कार्य के अलावा प्रोफेसर लुगुन की राजनीति में भी रुचि रही है। वर्ष 2009 में विधानसभा चुनाव में सिमडेगा जिले के कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई। विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भी उन्हें अच्छा ज्ञान है। उनके अनुभव और क्षमता को देखते हुए केंद्र सरकार के डी एस टेक्नोलॉजी में उन्हें सदस्य मनोनीत किया गया।  प्रोफेसर लुगुन ट्राईबल कोलफील्ड लिमिटेड गोड्डा के साइंटिफिक कंसलटेंट भी हैं। वर्तमान में प्रोफेसर लुगुन झारखंड महिला सियासत के झारखंड प्रदेश के चुनाव प्रभारी हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परचम लहराते हुए प्रोफेसर लुगून समाज सेवा के प्रति भी गहरी रुचि रखते हैं। वह सभी धर्मों का समान आदर करते हैं। सर्वधर्म समभाव की भावना से ओतप्रोत प्रोफेसर लुगुन सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते रहते हैं। महिला हितों के संरक्षण और महिला सशक्तिकरण की दिशा में उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों को देखते हुए झारखंड महिला सियासत की ओर से उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनका मानना है कि महिला सशक्तिकरण के बिना विकास की बातें बेमानी है। महिलाओं को उनका वाजिब हक और संविधान सम्मत अधिकार दिया जाना जरूरी है। सामाजिक विकास में महिलाओं की अहम सहभागिता रहती है। इसलिए महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहने की आवश्यकता है। यह वर्तमान समय की मांग भी है। प्रोफेसर लुगुन कहते हैं कि स्वस्थ और स्वच्छ समाज निर्माण के लिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाते हुए उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किए जाने की आवश्यकता है। इससे हमारा देश और समाज सशक्त होगा।
प्रस्तुति : नवल किशोर सिंह

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