* चीन,रूस,किर्गिस्तान, बांग्लादेश के मेडिकल छात्रों के लिए एफएमजीई प्रशिक्षण
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित स्वास्थ्य ज्ञान प्रबंधन के अस्पतालों में से एक, फुलेश्वर स्थित संजीबन हॉस्पीटल ने चीन, रूस, किर्गिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले मेडिकल छात्रों के एक बड़े समूह को फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एग्जामिनेशन (एफएमजीई) प्रशिक्षण देने की अपनी नई पहल की घोषणा की। अभी हाल ही में कुछ समय से संजीबन हॉस्पिटल चिकित्सा अध्ययन, पैरामेडिकल प्रशिक्षण और नर्सिंग के क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभा रहा है।
संजीबन हॉस्पिटल ने लिंकन यूनिवर्सिटी कॉलेज (एलयूसी), मलेशिया के साथ भी एक करार किया है, जिसके अंतर्गत संजीबन हॉस्पिटल डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) कोर्स का संचालन करेगा, जो भारत के एमबीबीएस डिग्री के समकक्ष है। संजीबन में छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। लिंकन यूनिवर्सिटी कॉलेज एक क्यूएस विश्व रैंकिंग वाला विश्वविद्यालय है।
सर्वेक्षण के अनुसार, जनसंख्या की दृष्टि से भारत में डॉक्टरों की संख्या बहुत कम है। 2030 तक नागरिकों की सेवा के लिए देश को कम से कम 20 लाख डॉक्टरों की आवश्यकता होगी। प्रत्येक वर्ष भारत से लगभग 10,000 छात्र मेडिकल डिग्री के लिए विदेश में अध्ययन करना चयन करते हैं। वे अपनी वापसी के बाद चिकित्सा कार्यबल में महत्वपूर्ण रूप से वृद्धि कर सकते हैं। लेकिन उन्हें भारत में प्रैक्टिसस करने की अनुमति हासिल करने के लिए, पहले नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) द्वारा संचालित एफएमजीई में क्वालिफाई करना होता है।
छात्रों और डॉक्टरों को प्रशिक्षण देने के लिए संजीबन हॉस्पिटल ने एफएमजीई कोचिंग के एक अग्रणी संस्थान, अराइज मेडिकल एकेडमी, हैदराबाद से अनुबंध किया है। सिद्धांत और नैदानिक कौशल का यह 10-दिवसीय आवासीय पाठ्यक्रम छात्रों को आवश्यक ज्ञान और कौशल के साथ उत्कृष्ट डॉक्टर बनने में मदद करेगा।
संजीबन हॉस्पि्टल के निदेशक डॉ. सुभाशीष मित्रा ने बताया कि “छात्र अपनी प्रशिक्षण अवधि के दौरान हॉस्पिटल के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई सभी सुविधाओं से प्रसन्नन एवं संतुष्टै थे। प्रशिक्षुओं के मामले में, संजीबन हाॅस्पिटल इस क्षेत्र में व्यावहारिक ज्ञान का अनुभव करने के लिए एक आदर्श स्थान बन गया है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य मेडिकल छात्रों के लिए बिल्कुुल नया मंच प्रदान करके उच्च-गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना है।
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