यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 30 सितंबर 2019

जांबाज और कर्तव्यनिष्ठ आइपीएस अधिकारी हैं अनीश गुप्ता




अपने कर्तव्यों के प्रति ईमानदार पहल , अपनी प्रतिभा और विशिष्ट कार्यशैली से जनता के बीच अपनी विशिष्ट पहचान भाने में कामयाब शख्सियत हैं राजधानी रांची में पदस्थापित वरीय पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता। श्री गुप्ता वर्ष 2008 बैच के तेजतर्रार आईपीएस हैं। मृदुभाषी, शालीन व अनुशासन प्रिय अनीश गुप्ता मूल रूप से पंजाब के निवासी हैं। वर्ष 2008 में आईपीएस बनने के बाद उनकी पहली पदस्थापना झारखंड के घाटशिला में बतौर एसडीपीओ हुई। अपने कार्यकाल के शुरुआती दौर में ही उन्होंने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर उत्कृष्ट पुलिस पदाधिकारी होने का परिचय दिया। समाज को अपराध मुक्त करने और बेहतर विधि व्यवस्था संधारण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अपराध नियंत्रण उनकी प्राथमिकता है। नक्सल विरोधी गतिविधियों के खिलाफ वह सघन अभियान को संचालित करते रहे हैं। घाटशिला के बाद श्री गुप्ता का पदस्थापन रामगढ़ में एसपी के पद पर हुआ। तत्पश्चात रांची जिले के ग्रामीण एसपी के रूप में उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। ग्रामीण क्षेत्रों के उग्रवाद प्रभावित इलाकों में नक्सली गतिविधियों पर काबू पाने में सफल रहे। रांची के ग्रामीण एसपी के पद पर रहते हुए उन्होंने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की, जो मील का पत्थर साबित हुई हैं। इसके बाद श्री गुप्ता का पदस्थापन खूंटी जिले में हुआ। खूंटी में दो बार एसपी रहे। इसके बाद इनका स्थानांतरण पश्चिम सिंहभूम में हुआ। वहां वे  अपनी प्रतिभा और बेहतरीन कार्यशैली से जनता का दिल जीतने में सफल रहे। पश्चिम सिंहभूम के बाद श्री गुप्ता का स्थानांतरण हजारीबाग में हुआ। वहां भी काफी कम समय में ही उन्होंने खासी लोकप्रियता हासिल की। अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली से अपराध नियंत्रण और नक्सल विरोधी गतिविधियों पर काबू पाने में सफल रहे। फिलवक्त श्री गुप्ता रांची में एसएसपी के पद पर कार्यरत हैं। रांची जिले में जनता को बेहतर विधि-व्यवस्था देने और अपराध पर काबू पाने में वे सतत प्रयासरत हैं। अपने शीर्ष अधिकारियों के दिशा-निर्देश और अपने मातहत पुलिसकर्मियों के सहयोग से श्री गुप्ता शहर को अपराध मुक्त करने की दिशा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन बखूबी कर रहे हैं। शहर में विभिन्न पर्व- त्योहारों के आयोजन के अवसर पर बेहतर विधि- व्यवस्था के लिए शांति समितियों की बैठक करना और शहर में अमन चैन बनाए रखने की दिशा में उनकी अहम भूमिका होती है। अपने कुशल नेतृत्व क्षमता के बलबूते श्री गुप्ता शहर में आपराधिक गतिविधियों पर काबू पाने में सफल हो रहे हैं। वह कहते हैं कि जनता को भी हमेशा पुलिस का सहयोग करते रहने की आवश्यकता है। इससे अपराध नियंत्रण में पुलिस को सहायता मिलती है। उनकी पहचान एक पब्लिक फ्रेंडली पुलिस पदाधिकारी के रूप में भी है। आम जनता के लिए श्री गुप्ता एक सरल, सहज इंसान हैं, वहीं, अपराधियों के लिए वह कहर बनकर बरपते हैं। उनका मानना है कि अपराध मुक्त वातावरण स्वस्थ और स्वच्छ समाज निर्माण में सहायक है। इससे हमारा देश व समाज सशक्त होता है। इस दिशा में सबों को प्रयासरत रहने की आवश्यकता है।
 प्रस्तुति : निधि पाठक

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

बांग्लादेशी मॉडल की ओर बढ़ता देश

  हाल में बांग्लादेश का चुनाव एकदम नए तरीके से हुआ। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार...