रांची। श्री श्याम मंदिर, हरमू रोड में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रही । पूज्य गुरुमां चैतन्य मीरा ने अपनी अमृतमयी वाणी से शुक परीक्षित संवाद ,कपिलोपाख्यान एवं सती चरित्र के रोचक प्रसंगों का वर्णन कर सभी श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
गुरुमां ने बताया कि जो हमें सर्वस्व दे सकते हैं वे सद्गुरु ही हैं। अगर गुरु की कृपा हम पर हो जाए तो वे हमें परमात्मा से मिला सकते हैं, और यह तभी संभव है जब हम उनके दिखाए रास्ते पर चलें। भागवत हमारी जिंदगी की सारी समस्याओं को बहुत सुंदर तरीके से सुलझा देती है। एक ओर जहां भागवत हमें निष्काम भक्ति सिखाती है ,वहीं श्री राम कथा हमें जीना सिखाती है। पूरी गीता का सार भागवत में है। भागवत श्रवण के द्वारा हम मनुष्य जीवन के सर्वोच्च शिखर पर पहुंच सकते हैं। भागवत हमारे जीवन से मृत्यु का भय समाप्त कर देती है।
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में गुरु मां के श्री मुख से श्रोताओं को श्री राम कथा, नानी बाई का मायरा ,श्री रुक्मिणी विवाह मंगल कथा एवं श्री श्याम बाबा कथा का भी आनंद प्राप्त होगा।
अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन ,रांची शाखा के तत्वावधान में आयोजित इस अनूठी भागवत कथा के शुभ अवसर पर प्रत्येक दिन सेवा कार्य किए जा रहे हैं। इसके तहत आज आंचल शिशु आश्रम एवं गरीब स्कूली छात्राओं के बीच इंपोर्टेड सैनिटरी नैपकिन का वितरण किया गया।
कथा स्थल पर मुख्य यजमान श्री प्रदीप सुरेका एवं रीना सुरेका के अलावा मारवाड़ी महिला मंच की सभी बहने उपस्थित थीं।
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