अमूमन सरकारी अधिकारियों के प्रति आम जनता की धारणा होती है कि सरकारी अधिकारी जनहित के कार्यों के प्रति बेपरवाह होते हैं। जनता के लिए सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं के कार्यान्वयन में सुस्ती बरतते हैं। जिससे सरकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ जनता को नहीं मिल पाता है। लेकिन इस धारणा को गलत साबित कर दिखाने वाले भी कई अधिकारी होते हैं, जो जनहित के कार्यों को प्रमुखता देते हुए सरकारी योजनाओं को अमली जामा पहनाने में जुटे रहते हैं। ऐसी ही एक शख्सियत हैं स्वच्छ भारत मिशन की कोल्हान प्रमंडल की नोडल पदाधिकारी अंजलि तिग्गा। श्रीमती तिग्गा फिलवक्त नगर विकास एवं आवास विभाग में बतौर अधिकारी कार्यरत हैं। स्टेट अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (सूडा) के अंतर्गत विकास योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए भी सतत प्रयासरत हैं। श्रीमती तिग्गा की शिक्षा-दीक्षा बिहार के बेगूसराय जिला अंतर्गत बरौनी में हुई। उनके पिता एकीकृत बिहार के समय बरौनी में कार्यरत थे। अंजलि ने बरौनी से ही मैट्रिक की परीक्षा पास की। तत्पश्चात इंटरमीडिएट व ग्रेजुएशन किया। वर्ष 2002 में अंजलि सरकारी सेवा में चयनित हुई। उनका पहला पदस्थापन हजारीबाग में हुआ। उन्होंने बिस्कोमान में भी अपनी सेवाएं दी। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी उन्हें खासा अनुभव है। सरकारी सेवा में रहते हुए अंजलि ने हजारीबाग सहित अन्य जिलों में आधार कार्ड बनवाने में भी कीर्तिमान स्थापित किया। स्वच्छ भारत मिशन की नोडल पदाधिकारी के रूप में अंजलि तिग्गा सरकार द्वारा जनहित में बनाई गई कल्याणकारी योजनाओं को गति देने में जुटी है। प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण सहित अन्य जनोपयोगी योजनाओं को अमली जामा पहनाने, कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने की दिशा में वह सतत प्रयासरत रहती हैं। स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत पूरे कोल्हान प्रमंडल को प्लास्टिक और पॉलिथीन मुक्त शहर बनाने की दिशा में जन जागरूकता फैलाने में भी वह जुटी हैं। इससे संबंधित कार्यशाला व सेमिनार का आयोजन कर जनता को जागरूक कर रही हैं। सरकारी महकमों के अलावा निजी क्षेत्रों में भी स्वयंसेवी संगठनों और निजी संस्थाओं को भी स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने का आह्वान करती रहती हैं। वह कोल्हान प्रमंडल के तीन जिलों की नोडल पदाधिकारी हैं। रांची जिले के बुंडू का भी प्रभार उनके जिम्मे है। इन क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को गति देने, स्वच्छ भारत मिशन अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। उनका मानना है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर को स्वच्छ बनाए रखने से ही स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत का सपना साकार हो सकेगा। इससे हमारे देश व समाज के सशक्तिकरण को भी बल मिलेगा। अंजलि सर्व धर्म समभाव के सिद्धांत पर चलते हुए सभी धर्मों का समान आदर करती है। पर्व- त्योहारों के अवसर पर वह सामाजिक समरसता की मिसाल पेश करती हैं। एक सरकारी अधिकारी होने के अलावा अंजलि एक समाजसेवी भी हैं। किसी भी धर्म व संप्रदाय के पर्व त्योहारों के अवसर पर वह शामिल होकर अपनी सहभागिता निभाती हैं। जनहित के कार्यों को तवज्जो देना उनकी दिनचर्या में शुमार है। सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं को सरजमीं पर उतारना वह अपनी अहम जिम्मेदारी मानती हैं। अंजलि कहती हैं कि विधायिका,कार्यपालिका और जनता के बीच बेहतर समन्वय से ही स्वस्थ सामाजिक नवनिर्माण का सपना साकार हो सकेगा। इस दिशा में वह सतत प्रयासरत हैं। अंजलि मानती हैं कि सामाजिक सशक्तिकरण से ही देश मजबूत होता है।
प्रस्तुति : विनय मिश्रा
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