यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, 12 सितंबर 2019

आजीवन सज़ायाप्ता माले नेता कामरेड बी एन सिंह का गृह सचिव के नाम पत्र

फाइल फोटोः मां की मृत्यु के बाद दो दिनों के पेरोल पर आए बीएन सिंह ( काली टोपी पहने पत्नी के साथ)

सेवा में
            गृह सचिव महोदय,
              झारखंड, रांची
  द्वारा ,
        कारा अधीक्षक महोदय,
         केंद्रीय कारा घाघीडीह,
           जमशेदपुर
विषय -   सुधार गृह में सजा पूरी कर चुके कैदियों की रिहाई  एवं संवाद को सुविधाजनक एवं अन्य मांगों के समर्थन में आगामी 13 सितंबर 2019 को  यतींद्रनाथ दास  की शहादत दिवस पर एक दिवसीय दिवसीय सांकेतिक उपवास के संबंध में।
 महाशय,
     सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय जेलों को सुधार गृह में तब्दील करने हेतु दिशा निर्धारित किया है झारखंड मे वीडियो कॉलिंग व s.t.d बूथ के जरिए बेहतर संवाद भोजन में विविधता ,नाश्ते में विविधता की पहल की गई है | कैदियों को निम्नलिखित मांग पर संज्ञान लेने हेतु आगामी 13 सितंबर को आजादी के संघर्ष में शहादत देने वाले जितेंद्र नाथ दास के सहादत दिवस पर एक दिवसीय उपवास कर आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं।
 हमारी मांगे ----
(1)  सजा पूरी कर चुके कैदियों को सजा पूर्ण निरीक्षण बोर्ड  की बैठक कर तत्काल रिहा किया जाए।
(2) मुख्यमंत्री द्वारा कैदियों को दिया जाने वाला विशिष्ट परिहार 5 वर्षों में एक बार भी नहीं मिला है। विशिष्ट परिहार देने हेतु  संज्ञान लेने की कृपा की जाए।
(3) झारखंड एशिया में पहला राज्य है जहां कैदी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए न्यायालय उस्थापन  तथा परिजनों से संवाद की सुविधा पाए । जब  न्यायालय की  तारीख  उपलब्ध  एवं डिजिटल पेमेंट मोबाइल पर उपलब्ध है, तो इन सुविधाओं के साथ समाचार संवाद, सरकारी निर्णय की जानकारी हेतु एसटीडी बूथ की तरह कॉल  रिकॉर्डिंग नियमावली के साथ किसानों की तरह मोबाइल में फोन रखने की सुविधा कैदियों को दिया जाए।
(4)  प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी सहित उत्तर प्रदेश  के तमाम काराओं में जेल कैंपस के भीतर पार्क में परिजन के साथ बैठकर मुलाकात की सुविधा है। उत्तर प्रदेश  के जेलो की तरह  ही आदर्श  मुलाकाती सुविधा झारखंड के तमाम जेलों में सुविधा मुहैया कराने की कृपा की जाए।
(5) कैदियों के भोजन, कपड़े निशुल्क सुविधा उपलब्ध है परंतु 300 से 400 रिचार्ज  प्रति 3 माह के जमाने में एक रुपए प्रति मिनट की दर से पैसे लिए जाते हैं झारखंड के तमाम जेलों में । प्रति 100 कैदियों पर एक s.t.d बूथ निशुल्क संवाद की सुविधाओं  मुहैया कराया जाए।
(6) मेरा आजीवन कारावास की सजा A.D.J. I पलामू द्वारा 4 जनवरी 2007 को लिया गया सजा के बाद हिस्ट्री टिकट नहीं बनाए जाने से पलामू कारा व लातेहार कारा में बंद के दौरान 5 वर्षों से भी अधिक समय तक परिहार व प्राश्रमिक नहीं पा सका । हमें सामान्य  परिहार व प्राश्रमिक मुहैया कराने की कृपा की जाए।
(7) 10 माह पूर्व ऑपेन जेल स्थानांतरण हेतु आवेदन किया था किंतु दो रिमाइंडर के बावजूद संबंधित न्यायालय A.D.J. I   पलामू द्वारा कोई अग्रसर करवाई नहीं किया जा सका है। सजायाफ्ता कैदियों का स्थानांतरण कर अधीक्षक की अनुशंसा पर करने की नियमावली है ओपन जेल स्थानांतरण हेतु इसी नियमावली का अनुपालन सुनिश्चित कर हमें ऑपेन जेल स्थानांतरित करने की कृपा की जाए।
(8) घर मरम्मती के लिए 6 माह पूर्व आवेदन दिया था हालांकि 15 वर्षों से अधिक समय तक जेल में सीमित रह जाने के कारण 2 माह का पैरोल प्राप्त करने की  पात्रता है । हमें पैरोल दिया जाने की कृपा की जाए।

              आपका विश्वासी
                  बी एन सिंह
             केंद्रीय कारा घाघीडीह
                  जमशेदपुर

(भाकपा माले राज्य कार्यालय सचिव सुखदेव प्रसाद द्वारा प्रेषित)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

स्वर्ण जयंती वर्ष का झारखंड : समृद्ध धरती, बदहाल झारखंडी

  झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष स्वप्न और सच्चाई के बीच विस्थापन, पलायन, लूट और भ्रष्टाचार की लाइलाज बीमारी  काशीनाथ केवट  15 नवम्बर 2000 -वी...