चक्रधरपुर। बहुत ही मिलनसार नेक दिल इंसान,जिनके हृदय में कोई छल कपट ना हो,ऐसे व्यक्ति हैं हमारे कार्यपालक दंडाधिकारी इम्तियाज अहमद उक्त बातें शिक्षाविद निरुप प्रधान ने कही। उन्होंने यादों को साझा करते हुए कहा कि पहली मुलाकात में ही वे उनके शिक्षण कार्यों की सराहना करने लगे और उनसे निरुप प्रधान मिलने पहुंचे, तब भी उन्होंने उनके कार्यों की सराहना करते हुए इस बात के लिए अफसोस जताया कि वह कभी बच्चों से मिलने पहुंच नहीं पाए !!
गौरतलब हो कि श्री अहमद जब तक इस पद पर रहे उन्होंने बखूबी अपना कर्तव्य,एक जिम्मेदार अधिकारी के रूप में निभाया!कोई भी कार्य हो तो वह सरल तरीके से निष्पादित किया करते थे,उनके जैसा व्यक्ति अधिकारी रूप में बहुत कम होते हैं,जो आम इंसान के भावनाओं को समझते हैं वह हमेशा चक्रधरपुर के हृदय में सर्वदा बसे रहेंगे ।
शिक्षा के क्षेत्र में उनका काफी झुकाव था, बिना किसी जाति धर्म बिना किसी पक्षपात के वह शिक्षण कार्यों में हमेशा अग्रसर रहते थे चक्रधरपुर क्षेत्र में जितने भी शिक्षण कार्यों में उन्हें आमंत्रित किया गया वह यथासंभव उन जगहों पर पहुंचकर अपना योगदान देते थे।
जाति प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र इत्यादि दस्तावेजों को वह जल्द से जल्द पूरा करते थे। उनके आते ही जितनी भी बकाया पढ़े जाति एवं आय प्रमाण पत्र हो 1 महीने के अंदर भी सारे जारी कर दिए। कोई भी विद्यार्थी उनके पास पहुंचता यदि वह सही में तत्काल जाति एवं आए पाने योग्य है तो वह स्वयं उसे देखते थे एवं एक दिन में ही अपने हस्ताक्षर कर उसे उस विद्यार्थी को दे देते थे।
ऐसे अधिकारी विरले ही मिलते हैं यहां से उनका पदस्थानांतरण हो गया परंतु वह हमेशा हमारे दिलों में बसे रहेंगे आगामी पत्र हेतु उन्हें ढेरों शुभकामनाएं वह जहां भी जाएं इसी तरह निस्वार्थ सेवा देते रहे।

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