★ गुरु नानक देव ने गरीबों, वंचितों, पिछड़ों की सेवा को सबसे अधिक महत्व दिया
★गुरुनानक देव जी ने हमेशा नारी शक्ति का सम्मान करने को कहा
★अध्यात्म भारत की अद्वितीय विरासत है
★धर्म हमेशा गरीबी और छुआछूत को समाप्त करने पर जोर देता है
★वसुधैव कुटुंबकम भारत का आदर्श
--रघुवर दास, मुख्यमंत्री
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रांची। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि गुरुनानक देव जी महाराज के संदेशों को आत्मसात करके ही हम प्रगति कर सकते हैं। उन्होंने हमेशा गरीबों, वंचितों, पिछड़ों की सेवा को सबसे अधिक महत्व दिया। गरीबों के प्रति कर्त्तव्यभाव को गुरुनानक देवजी ने जीवन में जरूरी बताया। उनके वचन सामाजिक समरसता के प्रति हम सभी को प्रतिबद्ध करते हैं। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने गुरुनानक स्कूल में श्री गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने हमेशा नारी शक्ति के सम्मान करने को कहा। हमारे यहां दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, पार्वती समेत अन्य देवियों की पूजा होती रही है। उन्होंने गरीबी और छुआछूत को समाप्त करने की बात कही।
अध्यात्म भारत की अद्वितीय विरासत है
रांची। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सदैव आध्यात्मिक रहा है। अध्यात्म भारत की अद्वितीय विरासत है। हम सभी को अपना मानते हैं। वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ हम जीते हैं। भारत में हजारों वर्षों का इतिहास, संस्कृति और सम्यता की विरासत है। इस विरासत को हमें बचाये रखना है। यही हमारा मूल आधार है। गुरुनानक देव जी जैसे महामानव, समाजसुधारक, संवेदनशील व्यक्तित्व से काफी कुछ सीखने को मिलता है।
कार्यक्रम में श्री अकाल तख्त साहिब के प्रमुख ग्रंथी श्री मलकीत सिंह, शिरोमणी प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ सदस्य श्री राम सिंह, प्रमुख प्रचारक श्री जगदेव सिंह, झारखंड अल्प संख्यक आयोग के उपाध्यक्ष श्री गुरविंदर सिंह सेठी, गुरुनानक स्कूल के अध्यक्ष, गुरुसिंह सभा के अध्यक्ष समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
★गुरुनानक देव जी ने हमेशा नारी शक्ति का सम्मान करने को कहा
★अध्यात्म भारत की अद्वितीय विरासत है
★धर्म हमेशा गरीबी और छुआछूत को समाप्त करने पर जोर देता है
★वसुधैव कुटुंबकम भारत का आदर्श
--रघुवर दास, मुख्यमंत्री
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रांची। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि गुरुनानक देव जी महाराज के संदेशों को आत्मसात करके ही हम प्रगति कर सकते हैं। उन्होंने हमेशा गरीबों, वंचितों, पिछड़ों की सेवा को सबसे अधिक महत्व दिया। गरीबों के प्रति कर्त्तव्यभाव को गुरुनानक देवजी ने जीवन में जरूरी बताया। उनके वचन सामाजिक समरसता के प्रति हम सभी को प्रतिबद्ध करते हैं। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने गुरुनानक स्कूल में श्री गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने हमेशा नारी शक्ति के सम्मान करने को कहा। हमारे यहां दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, पार्वती समेत अन्य देवियों की पूजा होती रही है। उन्होंने गरीबी और छुआछूत को समाप्त करने की बात कही।
अध्यात्म भारत की अद्वितीय विरासत है
रांची। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सदैव आध्यात्मिक रहा है। अध्यात्म भारत की अद्वितीय विरासत है। हम सभी को अपना मानते हैं। वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ हम जीते हैं। भारत में हजारों वर्षों का इतिहास, संस्कृति और सम्यता की विरासत है। इस विरासत को हमें बचाये रखना है। यही हमारा मूल आधार है। गुरुनानक देव जी जैसे महामानव, समाजसुधारक, संवेदनशील व्यक्तित्व से काफी कुछ सीखने को मिलता है।
कार्यक्रम में श्री अकाल तख्त साहिब के प्रमुख ग्रंथी श्री मलकीत सिंह, शिरोमणी प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ सदस्य श्री राम सिंह, प्रमुख प्रचारक श्री जगदेव सिंह, झारखंड अल्प संख्यक आयोग के उपाध्यक्ष श्री गुरविंदर सिंह सेठी, गुरुनानक स्कूल के अध्यक्ष, गुरुसिंह सभा के अध्यक्ष समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
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