स्वहित से ऊपर उठकर जनहित के लिए समर्पित लोग विरले ही मिलते हैं। अपने कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते रहने और जन समस्याओं के समाधान के प्रति तत्परता से जुड़े रहने से जनता के बीच ऐसे व्यक्ति की एक विशिष्ट पहचान बन जाती है। ऐसी ही एक शख्सियत हैं हुसैनाबाद नगर परिषद में पदस्थापित कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार। उन्होंने अपनी बेहतरीन कार्यशैली, व्यवहार कुशलता, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के बलबूते जनता के बीच काफी कम समय में ही अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित कर ली है। श्री कुमार मूल रूप से पटना के निवासी हैं। उनके पिता बैजनाथ सिंह और माता लालमुनि देवी उन्हें बेहतर और संस्कार युक्त शिक्षा देने में हर संभव सहयोग करते रहे। बचपन से ही उनके कैरियर और भविष्य निर्माण के प्रति उनके माता-पिता सदैव सजग रहा करते थे। सुशील कुमार ने पटना से मैट्रिक की परीक्षा पास की। वहीं के टीपीएस कॉलेज से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद इंजीनियरिंग की परीक्षा में शामिल हुए और सफल होकर इंजीनियर बने। सर्वप्रथम वे हजारीबाग के खनन विभाग में माइंस बोर्ड में नियुक्त हुए। इसके बाद हजारीबाग नगरपालिका में बतौर कार्यपालक पदाधिकारी पदस्थापित हुए। तत्पश्चात चक्रधरपुर नगर परिषद में कार्यपालक पदाधिकारी के पद पर उनका स्थानांतरण हुआ। हजारीबाग और चक्रधरपुर में उन्होंने नगर परिषद की जनहित की योजनाओं को काफी गति दी। वहां विकास का कीर्तिमान स्थापित किया। नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के प्रति उनकी सक्रियता और उनकी कार्य कुशलता की सराहना करते लोग नहीं थकते। तकरीबन ढाई वर्षों के कार्यकाल के दौरान सुशील कुमार ने चक्रधरपुर शहर को सजाने-संवारने के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किए। वहां उनका कार्यकाल ऐतिहासिक और स्वर्णिम रहा। शहर के विकास को उन्होंने प्राथमिकता दी। नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रति वह सदैव सक्रिय रहते हैं। हजारीबाग और चक्रधरपुर की जनता आज भी उनके स्वर्णिम कार्यकाल को याद कर सम्मान से उनका नाम लेती है। सुशील कुमार ने अपनी कार्यकुशलता का परिचय देते हुए चक्रधरपुर शहर को संवारने में हर संभव प्रयास किया। सुशील कुमार के प्रयासों का ही प्रतिफल है कि चक्रधरपुर में 9 करोड़ 70 लाख की लागत से नगर परिषद का भव्य भवन निर्माणाधीन है। उनके कार्यकाल में चक्रधरपुर में बना विवाह मंडप भी जनता को समर्पित किया गया। उनकी बेहतरीन कार्यशैली की नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने भी चक्रधरपुर दौरे के दौरान सराहना की। फिलवक्त श्री कुमार हुसैनाबाद नगर परिषद में बतौर कार्यपालक पदाधिकारी पदस्थापित हैं। उन्हें मधुपुर नगर परिषद का भी प्रभार सौंपा गया है। उक्त दोनों जगहों पर श्री कुमार अपनी व्यवहार कुशलता और बेहतरीन कार्यशैली से जनहित की योजनाओं को गति देने में जुटे हैं। विकास कार्यों के प्रति उनकी सक्रियता और तत्परता देखते ही बनती है। उनका मानना है कि जनहित में बनी योजनाओं का शत- प्रतिशत लाभ जनता को मिले, इस दिशा में वह प्रयासरत रहते हैं। इससे सरकार के प्रति जनता का विश्वास बढ़ता है। वह सरकारी अधिकारियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनकी कार्यशैली अन्य अधिकारियों के लिए अनुकरणीय है। सुशील कुमार सामाजिक समरसता बनाए रखने में भी अपनी सहभागिता निभाते हैं। शहर में किसी भी धर्म व समुदाय के पर्व- त्योहारों के अवसर पर सामाजिक समरसता बरकरार रखने के लिए वह सदैव प्रयासरत रहते हैं। उनका मानना है कि नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के प्रति सरकारी अधिकारियों को ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से जुटे रहना चाहिए। इस दिशा में ईमानदार पहल जरूरी है। अपने कर्तव्यों का निर्वहन बखूबी करते रहें, दायित्वों के प्रति सजग रहें, जिम्मेदारियों को निभाने में जुटे रहें, तभी जनता का विश्वास जीतने में सफल होंगे। इससे समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा, जो स्वच्छ और स्वस्थ समाज निर्माण में काफी सहायक होता है।
प्रस्तुति : विनय मिश्रा
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