तीन सगे भाई आरोप मुक्त, असली आरोपी पकड़ा गया
अपह्रत ने अपहर्ता को पत्थर से कुचल कर की थी हत्या
चाईबासा। चाईबासा पुलिस ने हत्या के एक पेचीदा मामले में तीन नामदर्ज बेकसूर आरोपी को न सिर्फ जेल जाने से बचा लिया, बल्कि तीनों आरोपी युवकों को हत्या के आरोप से पूरी तरह मुक्त कर दिया है और हत्या के सही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस के इस अनुसंधान से पुलिस की न सिर्फ छवि बदली है, बल्कि जनता पर विश्वास भी कायम हुआ है.
दरअसल, इसी साल फरवरी के 20-21 तारीख को आनंदपुर थाना में चोडरप्पा गांव के सुदामा बडाइक की पत्थर से कुच कर हत्या कर दी गई थी, उसकी हत्या में परिवार वालों ने तीन सगे भाइयों को नामजद आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन जब पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया तो तीनों सगे भाई की हत्या में संलिप्तता मिली नहीं, इसलिए पुलिस ने सबुत के आभाव में तीनों भाइयों को गिरफ्तार नहीं किया था.
इस दौरान पुलिस अभी अनुसंधान में लगी ही थी कि एक दिन मृतक के मोबाइल का लोकेशन पता चल गया और उस मोबाइल के सहारे पुलिस मुख्य आरोपी मॉरियस गुडिया तक पहुंच गई और पुलिस ने मॉरियस गुडिया गिरफ्तार कर लिया और जब सख्ती से उससे पूछ-ताछ की गयी तो मॉरियस ने पूरी घटना बता दी.
अपराधी और दबंग किस्म का मृतक सुदामा हत्या वाले दिन मॉरियस के दुकान पहुंचा और 30 हजार रुपये की रंगदारी की मांग की, रंगदारी नहीं देने पर उसका मोबाइल छीन लिया और अपनी बाइक पर बिठा लिया. बाइक पर पीछे बैठे मॉरियस ने अचानक उस पर पीछे से वार कर दिया जिससे सुदामा बाइक से नीचे गिराया, सुदामा के बैक से गिरते ही मॉरियस ने सुदामा की पत्थर से कुच कर हत्या कर दी. सुदामा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. मृतक सुदामा के पॉकेट से अपना और मृतक दोनों का मोबाइल फोन निकाल कर चुपचाप घर लौट गया. इधर सुदामा के परिवार वालों से उसकी हत्या का आरोप सुदामा के पुराने दुश्मन मृत नंदकिशोर बडाइक के तीनों बेटे पर लगा दिया.
पुलिस की गंभीरता से की गई जांच से तीन निर्दोष भाइयों की जिंदगी बच गई और पुलिस ने अपनी छवि निर्दोष को बचाने और असली मुजरिम को सजा दिलाने में कामयाब हो गई, जिससे जनता का नि:संदेह विश्वास बढेगा. एसपी इंद्रजीत महथा ने इसके लिए आनंदपुर के थाना प्रभारी खुर्शीद आलम और मनोहरपुर डीएसपी विमलेश त्रिपाठी की जम कर प्रशंसा करते हुए पुरस्कृत करने का आश्वासन दिया.
अपह्रत ने अपहर्ता को पत्थर से कुचल कर की थी हत्या
चाईबासा। चाईबासा पुलिस ने हत्या के एक पेचीदा मामले में तीन नामदर्ज बेकसूर आरोपी को न सिर्फ जेल जाने से बचा लिया, बल्कि तीनों आरोपी युवकों को हत्या के आरोप से पूरी तरह मुक्त कर दिया है और हत्या के सही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस के इस अनुसंधान से पुलिस की न सिर्फ छवि बदली है, बल्कि जनता पर विश्वास भी कायम हुआ है.
दरअसल, इसी साल फरवरी के 20-21 तारीख को आनंदपुर थाना में चोडरप्पा गांव के सुदामा बडाइक की पत्थर से कुच कर हत्या कर दी गई थी, उसकी हत्या में परिवार वालों ने तीन सगे भाइयों को नामजद आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन जब पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया तो तीनों सगे भाई की हत्या में संलिप्तता मिली नहीं, इसलिए पुलिस ने सबुत के आभाव में तीनों भाइयों को गिरफ्तार नहीं किया था.
इस दौरान पुलिस अभी अनुसंधान में लगी ही थी कि एक दिन मृतक के मोबाइल का लोकेशन पता चल गया और उस मोबाइल के सहारे पुलिस मुख्य आरोपी मॉरियस गुडिया तक पहुंच गई और पुलिस ने मॉरियस गुडिया गिरफ्तार कर लिया और जब सख्ती से उससे पूछ-ताछ की गयी तो मॉरियस ने पूरी घटना बता दी.
अपराधी और दबंग किस्म का मृतक सुदामा हत्या वाले दिन मॉरियस के दुकान पहुंचा और 30 हजार रुपये की रंगदारी की मांग की, रंगदारी नहीं देने पर उसका मोबाइल छीन लिया और अपनी बाइक पर बिठा लिया. बाइक पर पीछे बैठे मॉरियस ने अचानक उस पर पीछे से वार कर दिया जिससे सुदामा बाइक से नीचे गिराया, सुदामा के बैक से गिरते ही मॉरियस ने सुदामा की पत्थर से कुच कर हत्या कर दी. सुदामा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. मृतक सुदामा के पॉकेट से अपना और मृतक दोनों का मोबाइल फोन निकाल कर चुपचाप घर लौट गया. इधर सुदामा के परिवार वालों से उसकी हत्या का आरोप सुदामा के पुराने दुश्मन मृत नंदकिशोर बडाइक के तीनों बेटे पर लगा दिया.
पुलिस की गंभीरता से की गई जांच से तीन निर्दोष भाइयों की जिंदगी बच गई और पुलिस ने अपनी छवि निर्दोष को बचाने और असली मुजरिम को सजा दिलाने में कामयाब हो गई, जिससे जनता का नि:संदेह विश्वास बढेगा. एसपी इंद्रजीत महथा ने इसके लिए आनंदपुर के थाना प्रभारी खुर्शीद आलम और मनोहरपुर डीएसपी विमलेश त्रिपाठी की जम कर प्रशंसा करते हुए पुरस्कृत करने का आश्वासन दिया.
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