रांची। फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स की पिछली टीम की गतिविधियों काफी मजबूत रही है। हर मोड़ पे टीम के सदस्यों ने व्यापारियों के बीच सराहनीय कार्य किया है। पिछले अध्यक्ष दीपक मारू के टीम में कई योग्य व्यक्तित्व टीम कुणाल में उम्मीदवार है। इसमें से खास है कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण लोहिया एवं विकास विजयवर्गीय। दोनों ही अपने शुरुआती दौर से ही न सिर्फ चैंबर के कार्यक्रमो में काफी सक्रिय रहे है बल्कि मुक्ति , रोटी बैंक, लायंस क्लब, विभिन व्यापार संघो में सशक्त भूमिका निभा रहे है। प्रवीण लोहिया को हाल में ही मुक्ति के कार्यो के कारण उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू के द्वारा समान्नित किया गया था । विकास विजयवर्गीय ने पिछले कार्यकाल में होटल राजस्थान में भ्रष्टाचार के मामले में दो निगम कर्मी को निलंबित करवाया था ।
में पिछले साल अक्टूबर में इन्होंने नारकोटिक्स सेल के फर्जी पुलिस वालों को रातू रोड के दवा व्यवसायी के यहाँ से 30 हजार रुपये घूस लेते पकड़वाया था।
ज्ञात हो कि विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, आईएस राजीव रंजन, आकांक्षा रंजन एवं ज्यूडिशियल एकेडमी की वीणा मिश्रा के यहा तैनात गार्ड नारकोटिक्स सेल के अफसर बनकर रातू रोड के एक मेडिकल स्टोर से कोरेस्क की सिरप लेने के बहाने गए और नकली दवा बेचने का आरोप लगाकर 30 हजार मेडिकल स्टोर के मालिक से ऐंठ लिए।
अखबार में खबर आने के बाद प्रवीण लोहिया एवं विकास विजयवर्गीय ने मेडिकल स्टोर के मालिक अविनाश कुमार से संपर्क साधा व विस्तृत जानकारी ली ।
श्री लोहिया एवं विजयवर्गीय ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूर्व डीजीपी डीके पांडेय , एसएसपी अनीश गुप्ता, ड्रग कंट्रोलर ऋतु सहाय से मिलकर मामले की जानकारी दी एवं फर्जी नारकोटिक्स सेल के अफसरों को पकड़वाया। इसी केस में पांचो पुलिस कर्मी बर्खास्त हुए है ।
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