मुख्यमंत्री ने की झारखंड राज्य वन्य जीव पर्षद की बैठक, दिेए कई निर्देश
रांची। राज्य सरकार वनों व वन्य जीवों के संरक्षण के लिए वचनबद्ध है। हाथी समेत अन्य वन्य जीवों को सुरक्षित आवागमन के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। वनों में ही हाथियों को भोजन मिले इसके लिए ज्यादा से ज्यादा बांस लगायें। साथ ही, पानी की व्यवस्था भी करें। उक्त निर्देश मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने झारखंड मंत्रालय में झारखंड राज्य वन्य जीव पर्षद की बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि वन्य क्षेत्र मे आनेवाले सभी विद्यालयों में बच्चों के बीच जागरूकता कार्यक्रम चलायें, ताकि वन व वन्य जीवों के संरक्षण में सहयोग मिल सके।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जंगली हाथियों द्वारा किसी परिवार के मुखिया की मृत्यु होने पर प्रभावित बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए सरकारी स्कूल में नामांकन कराया जायेगा। इस संबंध में सभी उपायुक्तों को निर्देशित किया जा रहा है। रांची-जमशेदपुर मार्ग पर हाथियों के आवागमन के लिए अंडर पास का निर्माण कराया जा रहा है। पलामू टाइगर रिज़र्व में अवैध शिकार की रोकथाम के लिए कानूनी प्रावधानों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। वर्ष 2018-19 के दौरान कुल 6094 हेक्टेयर क्षेत्र में बांस-बखारों की सफाई की गयी। इससे नयी फसल आने में आसानी होगी। इस दौरान विभाग द्वारा 42 हेक्टेयर निजी भूमि पर बांस वनरोपण अग्रिम कार्य, पौधशाला की स्थापना समेत अन्य कार्य किये गये हैं। वनभूमि पर वृहद बांस पुनर्जनन के कार्य के तहत अगले तीन साल में 5000 हेक्टेयर क्षेत्र में कार्य करने की योजना है।
बैठक में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री इंदूशेखर चतुर्वेदी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार वर्णवाल, हेड ऑफ फॉरेस्ट श्री संजय कुमार समेत पर्षद के सदस्य उपस्थित थे।
रांची। राज्य सरकार वनों व वन्य जीवों के संरक्षण के लिए वचनबद्ध है। हाथी समेत अन्य वन्य जीवों को सुरक्षित आवागमन के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। वनों में ही हाथियों को भोजन मिले इसके लिए ज्यादा से ज्यादा बांस लगायें। साथ ही, पानी की व्यवस्था भी करें। उक्त निर्देश मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने झारखंड मंत्रालय में झारखंड राज्य वन्य जीव पर्षद की बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि वन्य क्षेत्र मे आनेवाले सभी विद्यालयों में बच्चों के बीच जागरूकता कार्यक्रम चलायें, ताकि वन व वन्य जीवों के संरक्षण में सहयोग मिल सके।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जंगली हाथियों द्वारा किसी परिवार के मुखिया की मृत्यु होने पर प्रभावित बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए सरकारी स्कूल में नामांकन कराया जायेगा। इस संबंध में सभी उपायुक्तों को निर्देशित किया जा रहा है। रांची-जमशेदपुर मार्ग पर हाथियों के आवागमन के लिए अंडर पास का निर्माण कराया जा रहा है। पलामू टाइगर रिज़र्व में अवैध शिकार की रोकथाम के लिए कानूनी प्रावधानों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। वर्ष 2018-19 के दौरान कुल 6094 हेक्टेयर क्षेत्र में बांस-बखारों की सफाई की गयी। इससे नयी फसल आने में आसानी होगी। इस दौरान विभाग द्वारा 42 हेक्टेयर निजी भूमि पर बांस वनरोपण अग्रिम कार्य, पौधशाला की स्थापना समेत अन्य कार्य किये गये हैं। वनभूमि पर वृहद बांस पुनर्जनन के कार्य के तहत अगले तीन साल में 5000 हेक्टेयर क्षेत्र में कार्य करने की योजना है।
बैठक में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री इंदूशेखर चतुर्वेदी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार वर्णवाल, हेड ऑफ फॉरेस्ट श्री संजय कुमार समेत पर्षद के सदस्य उपस्थित थे।
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