देवघर दर्शन से अर्थव्यवस्था को बल --रोजगार के नये अवसर भी प्राप्त होंगे
झारखण्ड में ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने में इन महिलाओं का बड़ा योगदान
देवघर। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मदरसा मैदान में स्थित शिवलोक परिसर में देवघर दर्शन का उद्घाटन करते हुए कहा कि पर्यटक देवघर दर्शन की भव्यता और इसकी पौराणिकता को करीब से जानकर एक सुखद अनुभूति का एहसास करेंगे। इससे पर्यटन को बढ़ावा भी मिलेगा। यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि से राज्य के अर्थव्यवस्था को तो बल मिलेगा हीं साथ ही, रोजगार के नये अवसर भी सृजन होंगे।
2022 तक एक-एक गांव समृद्ध हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि 2022 तक एक-एक गांव समृद्ध हो जाय, क्योंकि जब तक किसी भी राज्य का गांव व वहां रहने वाले लोग समृद्ध नहीं होंगे तब तक वह राज्य समृद्ध नहीं हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने शिवलोक परिसर में विभिन्न ग्राम उद्योग, कुटीर उद्योग एवं स्वयं सहायता समूह के महिलाओं के द्वारा लगाये गये हस्त निर्मित सामग्रियों के स्टाॅल का अवलोकन कर कहा कि शिवलोक परिसर में जिस प्रकार स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने उद्यमशीलता का परिचय दिया है, उससे लगता है कि राज्य सरकार द्वारा उनके स्वावलंबन हेतु किये गए प्रयास सार्थक हो रहें हैं। अपने कार्य के प्रति जिम्मेवार ऐसी महिलाओं को राज्य सरकार और हुनरमंद बनाएगी। झारखण्ड में ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने में इन महिलाओं का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि यहां की उद्यमशील महिलाएं अगरबत्ती बना रही है। ऐसे में सरकार चाहती है कि यहां की महिलाओं द्वारा निर्मित अगरबत्ती का ही प्रयोग मंदिर में किया जाय, ताकि उन्हें प्रोत्साहन देते हुए उनके आय में वृद्धि लायी जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार का यह प्रयास है कि ग्राम उद्योग के माध्यम से लोगो की आय मे वृद्धि की जाय, ताकि संकल्प से सिद्धि प्राप्त किया जा सके।
झारखण्ड में ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने में इन महिलाओं का बड़ा योगदान
देवघर। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मदरसा मैदान में स्थित शिवलोक परिसर में देवघर दर्शन का उद्घाटन करते हुए कहा कि पर्यटक देवघर दर्शन की भव्यता और इसकी पौराणिकता को करीब से जानकर एक सुखद अनुभूति का एहसास करेंगे। इससे पर्यटन को बढ़ावा भी मिलेगा। यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि से राज्य के अर्थव्यवस्था को तो बल मिलेगा हीं साथ ही, रोजगार के नये अवसर भी सृजन होंगे।
2022 तक एक-एक गांव समृद्ध हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि 2022 तक एक-एक गांव समृद्ध हो जाय, क्योंकि जब तक किसी भी राज्य का गांव व वहां रहने वाले लोग समृद्ध नहीं होंगे तब तक वह राज्य समृद्ध नहीं हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने शिवलोक परिसर में विभिन्न ग्राम उद्योग, कुटीर उद्योग एवं स्वयं सहायता समूह के महिलाओं के द्वारा लगाये गये हस्त निर्मित सामग्रियों के स्टाॅल का अवलोकन कर कहा कि शिवलोक परिसर में जिस प्रकार स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने उद्यमशीलता का परिचय दिया है, उससे लगता है कि राज्य सरकार द्वारा उनके स्वावलंबन हेतु किये गए प्रयास सार्थक हो रहें हैं। अपने कार्य के प्रति जिम्मेवार ऐसी महिलाओं को राज्य सरकार और हुनरमंद बनाएगी। झारखण्ड में ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने में इन महिलाओं का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि यहां की उद्यमशील महिलाएं अगरबत्ती बना रही है। ऐसे में सरकार चाहती है कि यहां की महिलाओं द्वारा निर्मित अगरबत्ती का ही प्रयोग मंदिर में किया जाय, ताकि उन्हें प्रोत्साहन देते हुए उनके आय में वृद्धि लायी जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार का यह प्रयास है कि ग्राम उद्योग के माध्यम से लोगो की आय मे वृद्धि की जाय, ताकि संकल्प से सिद्धि प्राप्त किया जा सके।
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