जीएसटी को 30 जून, 2017 की आधी रात को संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित एक राजसी समारोह में 01 जुलाई, 2017 को लॉन्च किया गया था। इसलिए, सरकार व्यापार और उद्योग के साझेदारों के साथ 01 जुलाई, 2019 को जीएसटी की दूसरी वर्षगांठ मना रही है।
इस समारोह के दौरान पर "एमएसएमई के लिए जीएसटी" पर विवेचना भी की गई और जीएसटी से कैसे टैक्स स्ट्रक्चर में सुगमता आएगी एवं सरकार को राजस्व में वृद्धि होगी इस पर भी चर्चा हुई।
जीएसटी के लागू होने से करदाताओं को क्या लाभ हुआ :इस पर भी चर्चा हुई।
सरलीकृत कर संरचना: इससे करों के व्यापक प्रभाव में कमी आई है, यह पारदर्शी है और इसमें कानूनों और प्रक्रियाओं का सामंजस्य है।
आसान अनुपालन: कई करों और स्वचालित प्रक्रियाओं की जगह समस्त भारत एक कर के साथ अनुपालन बोझ कम हो गया है।
व्यापार और उद्योग को बढ़ावा देना: टैक्स क्रेडिट का निर्बाध प्रवाह।
आवर्ती आर्थिक विकास को बढ़ावा देना: एकीकृत समान राष्ट्रीय बाजार का निर्माण।
बैठक में नितेश भगेरिया, प्रमोद भगेरिया , सतीश अग्रवाल , असित कुमार , शैलेश पटेल , विष्णु पटेल , सुग्रीव प्रधान एवम अन्य ने भाग लिया ।
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