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रविवार, 23 जून 2019

भारत युवाओं का देश, युवा हमारे अमूल्य मानव संसाधनः रघुवर दास

होटल बीएनआर चाणक्य में  झारखण्ड स्टार्ट अप हैकाथन-2019 के समापन समारोह

प्वाइंटरः

★15 को स्टार्टअप प्रोटोटाइप के तहत मिला 93 लाख रुपये का ग्रांट

★6 विधाओं पर देशभर के 410 प्रतिभागियों ने लिया भाग, 6 प्रतिभागी हुए पुरस्कृत

★मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में भाग लेने वाले 24 प्रतिभागियों को पुरस्कार स्वरूप 21-21 हजार रुपये देने की घोषणा की

★बीआईटी सिंदरी, आईएसएम धनबाद और सेंट्रल यूनिवर्सिटी के साथ एबीवीआइएल ने किया एमओयू

★स्मार्ट झारखण्ड भी हुआ पुरस्कृत


रांची। तकनीक, ज्ञान और विज्ञान के उपयोग से दुनिया में बदलाव देखने को मिल रहा है। हमें भी इसका भरपूर उपयोग कर नया इंडिया और न्यू झारखण्ड का निर्माण करना है। हमें मिलकर कुछ अलग करना है क्योंकि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है और हम ऐसा करें कि विश्व 21वीं सदी को भारतीय सदी के रूप में जाने। आज के दौर में दुनिया भर में भारत की प्रतिभा बिखरी हुई है। हममें क्षमता है कि हम दुनिया को नई दिशा दे सकते हैं। ये बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने होटल बीएनआर चाणक्य में आयोजित झारखण्ड स्टार्टअप हैकाथन-2019 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।

युवाओं को स्वस्थ वातावरण सरकार उपलब्ध करायेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप के लिए और युवाओं की सोच को आकार देने हेतु राज्य सरकार स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। यह सरकार की प्राथमिकताओं में है। यही वजह रही कि 2016 में स्टार्टअप पॉलिसी लागू की गई। युवाओं के नये विचार से उद्यमशीलता की जाना और रोजगार सृजन करना सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने डिग्री लेकर घूम रहे युवाओं को एक दिशा देने के लिए स्टार्टअप पॉलिसी 2015 लागू की ताकि युवा अपने नए आइडिया से दुनिया को चौंका दें। 2015 से पूर्व अगर इस दिशा में कार्य होते तो आज भारत की स्थिति कुछ और होती। लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

युवा अपनी सोच को मूर्तरूप दें सकें

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा कि राज्य सरकार ने स्टार्टअप पॉलिसी बनाई ताकि युवा अपनी सोच को मूर्तरूप दे सकें। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में झारखण्ड में स्टार्टअप के लिए सर्वश्रेष्ठ इकोसिस्टम के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। स्टार्टअप पॉलिसी के तहत युवाओं को उनके नए आइडिया को आकार देने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है। उनके द्वारा शिक्षा के लिए गए लोन का इंटरेस्ट सरकार वहन करती है। पॉलिसी में ऐसे प्रावधान रखे गए, जिससे युवाओं को उनके नए आइडिया पर कार्य करने में परेशानी ना हो। इस तरह का आयोजन हर वर्ष हो और बच्चे, युवा और समाज को कुछ अलग करने का मौका मिले एवं वे अपने हुनर को मुकाम दे सकें।


इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने झारखण्ड स्टार्टअप हैकाथन-2019 में बच्चों और युवाओं द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी को देखा। श्री दास ने इनके द्वारा बनाये गए उत्पाद की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, सचिव आईटी विनय कुमार चौबे, सचिव उद्योग के रवि कुमार, निदेशक आईटी उमेश प्रसाद शाह व अन्य उपस्थित थे।

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