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सोमवार, 8 जुलाई 2019

बीमा भुगतान में विलंब पर कंपनी के खिलाफ खोला मोर्चा



रांची। निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी फ्यूचर जेनेरली इंश्योरेंस वाहन दुर्घटना बीमा के दावे का भुगतान नहीं कर रही है। यह आरोप राजधानी के हरमू बाजार निवासी व्यवसायी उपेन्द्र कुमार ने लगाया है। उपेन्द्र ने बीमा कंपनी के रवैए से क्षुब्ध होकर विरोध का नायाब तरीका अख्तियार किया है। उपभोक्ताओं को उक्त बीमा कंपनी के रवैए से अवगत कराते हुए फ्यूचर जेनेरली इंश्योरेंस कंपनी की पाॅलिसी नहीं लेने की अपील कर रहे हैं। कंपनी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। इससे संबंधित पंपलेट बनवाकर लोगों के बीच वितरित कर रहे हैं। वाहन पर भी पोस्टर लगाकर उपभोक्ताओं को कंपनी के रवैए की जानकारी दी जा रही है। श्री कुमार ने बताया कि उन्होंने राजधानी के बजरा स्थित जयश्री साह ऑटो से  एक बोलेरो पिक अप वैन खरीदी थी। जिसका निबंधन संख्या जेएच 01डीसी-0980 है। इस वाहन का बीमा भी उक्त ऑटोमोबाइल कंपनी द्वारा ही कराया गया। बीमा की रसीद भी उन्हें सौंप दी गई। उक्त वाहन का बीमा पॉलिसी संख्या वी-5810540 है।


उपेन्द्र कुमार के मुताबिक उनका वाहन बोकारो के उखीद मोड़ में 4 अप्रैल 2019 को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पिक अप वैन को एक अन्य वाहन ने पीछे से धक्का मार दिया। जिससे वाहन को आंशिक रूप से क्षति हुई और पीछे का दो टायर अकस्मात फटकर  बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस संबंध में फ्यूचर जेनेरली इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करते हुए दावा किया गया। उनके मुताबिक बीमा कंपनी के अधिकारी ने बिना स्पाॅट वेरिफिकेशन किए बताया कि दुर्घटनाग्रस्त वाहन के  टायर के क्षतिग्रस्त होने से टायर का क्लेम कंपनी नहीं देती है। उसके जवाब के इंतजार में 40 दिनों तक गाड़ी रही जिसके कारण 5 लाख रुपये का नुकसान हो गया। इसी गाड़ी से उनकी आजीविका चलती है। उपेन्द्र कुमार ने इस संबंध में अन्य बीमा कंपनियों से संपर्क कर जानकारी प्राप्त किया। अन्य बीमा कंपनियों की ओर से उन्हें बताया गया कि दुर्घटना में क्षतिग्रस्त टायर का क्लेम भी मिलता है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में फ्यूचर जेनेरली इंश्योरेंस कंपनी की ओर से एक पत्र भेजकर बताया गया कि दुर्घटनाग्रस्त टायर की क्षतिपूर्ति कंपनी नहीं करेगी। वहीं ,उल्टे उन्ही पर क्लेम की शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उनके दावे को ख़ारिज कर दिया गया। उपेन्द्र ने कहा कि बीमा कंपनी के अधिकारी से उन्होंंने स्पाॅट वेरिफिकेशन के लिए मोबाइल फोन के जरिए आग्रह किया तो इससे इंकार कर दिया गया। इस वार्ता को उन्होंने अपने मोबाइल में प्रमाणस्वरूप टेप कर रखा है। उन्होंने वाहन आपूर्तिकर्ता आॅटोमोबाइल कंपनी जयश्री साह आॅटो के संचालक पर भी ग्राहकों को सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। श्री कुमार ने कहा कि निजी क्षेत्र की इंश्योरेंस कंपनी से सांठ-गांठ कर अधिक कमीशन के चक्कर में ऑटोमोबाइल एजेंसी वाले भी ग्राहकों के हितों की परवाह नहीं करते। इंश्योरेंस कंपनी और आॅटोमोबाइल एजेंसी वाले ग्राहकों को दिग्भ्रमित कर महज अपने फायदे का ही अधिक ध्यान रखते हैं। श्री कुमार ने कहा है कि भले ही इंश्योरेंस कंपनी मेरे दावे का भुगतान नहीं करे, मेरा उद्देश्य यह है कि भविष्य में कोई ग्राहक फ्यूचर जेनेरली इंश्योरेंस कंपनी से बीमा न कराए। यह बीमा कंपनी उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा नहीं करती है, बल्कि बीमा कराने के बाद उपभोक्ताओं को तरह-तरह की शर्तों का हवाला देकर दावे के भुगतान से वंचित रखती है। उन्होंने कहा कि उनका विरोध तब तक जारी रहेगा,जबतक कंपनी उनके दावे का भुगतान नहीं करती।

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