आरबीआई की रिजनल मीडिया कार्यशाला आयोजित
बैंकों में ग्राहक शिकायत निवारण कोषांग जरूरी
रांची। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया केंद्र सरकार के अधीन एक संपूर्ण
वित्तीय सेवाएं देनेवाली संस्था है। यह सार्वजनिक व निजी बैंकों को दी जाने वाली
वित्तीय सेवाओं की मार्गदर्शन करती है। वित्तीय सेवाओं से संबंधित नीति निर्धारण,
निगरानी इसके जिम्मे हैं। यह बातें आरबीआई के संचार विभाग के कार्यपालक निदेशक
सुरेखा मरांडी ने होटल बीएनआर में आयोजित क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला का शुभारंभ
करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन और वित्तीय साक्षरता आर्थिक विकास
में काफी सहायक है। वित्तीय सेवाओं के बारे में जानकारी और प्रचार प्रसार के लिए
सूचना व संचार तकनीक को सशक्त करना जरूरी है। इसके माध्यम से शहरी क्षेत्रों के
अलावा सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को लाभान्वित किया जा सकता है। इसमें
राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी के लीड बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका है। बैंकिंग सेवाओं
की जानकारी मीडिया के जरिए से भी दिया जाना वित्तीय संस्थाओं के सशक्तीकरण में
सहायक होता है। उन्हें कहा कि सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों के बैंकों के अलावा
नाबार्ड, सिडबी. आइआरडीए सहित अन्य वित्तीय संस्थाओं की भूमिका आर्थिक विकास में
अहम है। देश में जीडीपी की विकास दर में वृद्धि में भी वित्तीय संस्थाओं की महत्ता
है। उन्होंने कहा कि डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ा है। उन्होंने वित्तीय संस्थानों की
गतिविधियों और क्रियाकलापों के बारे में मीडिया की सकारात्मक भूमिका की सराहना की।
कार्यशाला में आरबे के मुद्रा प्रबंधन विभाग के मुख्य महाप्रबंधक अजय
मिछयारी ने पब्लिक और प्राइवेट क्षेत्र के बैंकों में करेंसी मैनेजमेंट के विभिन्न
पहलुओं पर चर्चा की। कार्यशाला में बैंकिंग फ्राड, साइबर क्राइम आदि पर भी चर्चा
की गई। मुख्य महाप्रंधक, बैंकिग सुपरविजन भारगेश्वर बनर्जी ने बैंकिंग नियमावली, इसके
पर्यवेक्षण और कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने साइबर क्राइम से बचाव
के उपायों पर भी चर्चा की। उप महाप्रबंधक, पेमेंट एंड सेटेलमेंट डिपार्टमेंट
अमिताभ खंडेलवाल ने इलेक्ट्रोनिक और डिजिटल बैंकिंग के जरे भुगतान प्रणाली की
जानकारी दी। वहीं संचार विभाग की उप महाप्रबंधक शैलजा सिंह ने आरबीआई वेबसाइट,
आंकड़ों के रखरखाव और मीडिया के साथ संपर्कों पर चर्चा की।
कार्यसाला में आरबीआई रांची के महाप्रबंधक संजीव दयाल ने वित्तीय
लेनदेन से संबंधित स्थानीय मुद्दों और मीडिया के साथ इंटरेक्शन की जानकारी।
कार्यसाला के अंत में मीडियाकर्मियों से फिडबैक लिया गया। प्रश्नोत्तर सत्र के
दौरान मीडियाकर्मियों की जिज्ञाशाओं को दूर किया गया। एक प्रश्न के जवाब में
कार्यपालक निदेशक सुरेखा मरांडी ने बताया कि आरबीआ के दिशा-निर्देश के मुताबिक
ग्राहक शिकायत निवारण कोषांग का गठन कर सकी सूचना आरबीआई को देना और बैंकों में
इसको डिसप्ले करना आवश्यक है। कार्यशाला में भारी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद
थे।

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