अराजक माहौल के लिए रघुवर सरकार जिम्मेवार
रांची। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय का मानना है कि झारखंड में सरकार नाम की चीज नहीं रह गई है। हर मोर्चे पर सरकार विफल है। राज्य में जंगल राज कायम हो गया है। गांव-शहर हर तरफ दहशत का माहौल है। आम जनता असुरक्षित है। श्री सहाय ने कहा कि अपराधियों के सामने पुलिस-प्रशासन बौना साबित हो रहा है। नक्सली हिंसा में पुलिस के जवान मारे जा रहे हैं। सांसद के अंगरक्षक को दिनदहाड़े अगवा कर लिया जाता है। युवतियों के साथ सरेआम दुष्कर्म की घटनाओं को अपराधी अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं। पुलिस को ग्रामीण बंधक बना लेते हैं। चहुंओर अराजकता का माहौल व्याप्त है। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार के शासन काल मे सूबे में विधि-व्यवस्था बदहाल है। उन्होंने कहा कि राजधानी और आसपास के इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश मे लगे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की शिनाख्त करने मे भी प्रशासन विफल है ।
कुल मिलाकर रघुवर सरकार झारखंड की अबतक की सबसे विफल सरकार साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए झूठी और थोथी दलीलें दे रही है। विकास योजनाओं की स्थिति भी दयनीय है। योजनाओं के लिए आवंटित की गई राशि पूरी खर्च भी नहीं हो पाती है, कि सरकार सदन मे अनुपूरक बजट लाने की तैयारी में लग जाती है। जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा सरकार मे शामिल मंत्री के शानोशौकत और ऐशो आराम मे खर्च किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ आम जनता बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है।
उन्होंने कहा कि आनेवाले चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखा देगी। कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों की ओर से भी भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया है। भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर सरकार और संपूर्ण विपक्ष आमने सामने है। जनहित में सरकार को भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन वापस लेने के लिए विपक्ष दबाव बनाएगा। अंत में श्री सहाय ने कहा कि रघुवर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ विपक्ष की ओर से प्रस्तावित 5 जुलाई का आंदोलन ऐतिहासिक होगा, जो भाजपा सरकार की चूलें हिलाकर रख देगा।
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