वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 5% का लाभांश घोषित
रांची। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की आज आयोजित 47वीं वार्षिक आमसभा में सेल अध्यक्ष, अनिल कुमार चौधरी ने कंपनी के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 कंपनी के कायाकल्प का साल रहा। उन्होंने आगे कहा, “सेल ने वित्त वर्ष 2018-19 में 2179 करोड़ रूपये का शुद्ध लाभ (कर-पश्चात लाभ) दर्ज किया है। कंपनी पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में 482 करोड़ रूपये के घाटे में थी। समेकित आधार पर, वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी ने 2349 करोड़ रुपये (कर पश्चात) का लाभ दर्ज किया, जबकि कंपनी वित्त वर्ष 2017-18 में समेकित आधार पर 281 करोड़ रुपये के घाटे में थी। कंपनी द्वारा किए गए ठोस उपायों और रणनीतिक पहलों का परिणाम वित्त वर्ष 2018-19 के 10,283 करोड़ रुपये के बेहतर EBITDA के रूप में दर्ज किया गया, जो वित्त वर्ष 2017-18 के 5,184 करोड़ रुपये का करीब दुगना है। इस वार्षिक आमसभा के दौरान सेल ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 5% का लाभांश घोषित किया है।
कंपनी द्वारा वित्तीय निष्पादन में सुधार प्रचालन से जुड़े क्षेत्रों में बेहतर निष्पादन पर आधारित रहा, जिसमें कुछ इस प्रकार हैं:
• सेलेबल स्टील उत्पादन (विक्रेय इस्पात उत्पादन) में 7% वृद्धि
• वित्त वर्ष 2018-19 में पिछले वित्त वर्ष के मुक़ाबले 16% वृद्धि के साथ 66,267 करोड़ रुपये का सेल्स टर्नओवर (विक्रेय कारोबार)
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• वित्त वर्ष 2018-19 में पिछले वित्त वर्ष के मुक़ाबले 8% वृद्धि के साथ प्रचालन क्षमता में सुधार दर्ज, जिससे concast route से उच्च उत्पादन हुआ।
• बेहतर प्रोडक्ट मिक्स
• कोक दर में कमी (जो वित्त वर्ष 2018-19 पहली छमाही के मुकाबले दूसरी छमाही में 3% बेहतर रही)
सेल द्वारा विशेष रूप वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी छमाही के दौरान किए गए विभिन्न पहलों से हॉट मेटल, क्रूड स्टील और सेलेबल स्टील के उत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई। वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी छमाही में पहली छमाही के मुक़ाबले, हॉट मेटल, क्रूड स्टील और सेलेबल स्टील में क्रमश: 12%, 13% और 10% की वृद्धि दर्ज की गई। इस अवधि के दौरान, पहली छमाही के मुक़ाबले दूसरी छमाही में लांग रेल उत्पादन में 28% की बढ़ोत्तरी के साथ यूटीएस-90 रेल के उत्पादन में 35 की वृद्धि दर्ज की गई।
इस अवसर पर, सेल अध्यक्ष श्री चौधरी ने आगे कहा कि “सेल ने रक्षा, रेलवे, इन्फ्रास्ट्रक्चर , स्पेस, पावर, मैन्युफैक्चरिंग आदि क्षेत्रों में देश की हर बड़ी राष्ट्रीय बुनियादी परियोजना के साथ खुद को जोड़ा है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान स्टैचू ऑफ यूनिटी (दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा) सहित बोगीबील ब्रिज (भारत का सबसे लंबा रेल-सड़क पुल), किशनगंगा और तुइरियल हाइड्रो प्रोजेक्ट्स, ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं के लिए स्टील की आपूर्ति की है, जिसने नेशनल स्टील पॉलिसी 2017 के साथ-साथ 'मेक इन इंडिया' के मिशन के लक्ष्यों की दिशा में भारत के विकास की गति को रफ्तार प्रदान किया है।
सेल अध्यक्ष ने आगे कहा, " सेल ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान स्टील के नए ग्रेड जैसे Quenched & Tempered Plates (SAIL WR 400, ASTM 517 F, S690 QL), High Tensile Parallel Flanged Beams, Medium Carbon Wire Rods (HC 52B,SAE 15B21) का उत्पादन किया है। इन ग्रेड्स के स्टील की आपूर्ति निर्माण और बुनियादी ढाँचा क्षेत्र में विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पहली बार की गई है।” सेल ने indigenously Anti-Submarine Warfare (ASW), Stealth Corvette INS-Kiltan and the first indigenous artillery gun ‘Dhanush’ of the Indian Army समेत विभिन्न रक्षा परियोजनाओं के लिए भी स्टील की आपूर्ति की है।
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