रांची। सेंट्रल कोलफील्डस लिमिटेड (सीसीएल) एवं आईआईसीएम के संयुक्त त्तवावधान में आयोजित कोल इंडिया मेडिकल कॉफ्रेंस-2018 का शुभारंभ 28 जुलाई को मुख्य अतिथि सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह, विशिष्ट अतिथि मैक्स अस्पताल, दिल्ली के पदमश्री डॉ पी.के.चौबे, निदेशक (कार्मिक) आर.एस. महापात्र, आईआईसीएम के इक्सक्यूटीव निदेशक एस.एन. सिंह, सीएमएस सीसीएल, डॉ. आर.आर. सिन्हा एवं सीएमएस केन्द्रीय अस्पताल, गांधीनगर, डा सी.पी. धाम ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस तीन दिवसीय (28 से 30 जुलाई, 2018 तक) का आयोजन आई.आई.सी.एम, कांके रोड में किया जा रहा है। इस मेडिकल कॉफ्रेंस में देश भर के विख्यात विशेषज्ञ चिकित्सक विभिन्न विषयों पर पेपर प्रस्तुत करेंगे। कॉन्फ्रेंस में कोल इंडिया के विभिन्न अनुषंगी कंपनियों सहित सिंगरैली कोल एवं एनएलसी के 170 से ज्यादा चिकित्सक भाग ले रहें हैं।
समारोह के मुख्य अतिथि गोपाल सिंह ने देश भर से आये विख्यात विशेषज्ञ चिकित्सकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि देश के विभिन्न संस्थानों 32 विशेषज्ञ चिकित्सकों और 170 प्रतिभागी चिकित्सक इस कॉन्फ्रेस में भाग ले रहें हैं जो ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि सीसीएल का उददेश्य चिकित्सा सेवाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है और यह कार्यक्रम इस क्रम में एक महत्वपूर्ण कडी होगा। सीसीएल नियमित रूप से सीएसआर डीस्पेंसरी, स्वास्थ्य शिविरों, जनआरोग्य केन्द्र आदि के माध्यम से गरीब, ग्रामीणों एवं श्रमिकों तक बेहतर चिकित्सा सुविधा पहुंचा रहा है, श्री सिंह ने जोर देते हुए कहा। श्री सिंह ने कहा कि झारखंड राज्य में चिकित्सा क्षेत्र में बहुत कार्य करने की गुंजाइश है और यह कॉन्फ्रेंस निश्चय ही हमारे चिकित्सकों को लाभान्वित करेगी।
अवसर विशेष पर सीसीएल के निदेशक (कार्मिक) आर.एस. महापात्र ने कान्फ्रेंस में आये देश भर के विशेषज्ञ चिकित्सकों का स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सब के लिये गर्व की बात है कि आज इतनी बडी संख्या में देश के प्रख्यात चिकित्सक इस कॉन्फ्रेंस में भाग ले रहें हैं। इस कॉन्फ्रेंस का लाभ अंतत: उन आमजन को होगा जो समाज के सबसे पीछडे वर्ग तक पहुंचेगा जब यह चिकित्सक यहॉ से प्राप्त अनुभव प्राप्त कर उन्हें बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायेंगे। श्री महापात्र ने सीएमएस सीसीएल डॉ आर.आर. सिन्हा, सीएमओ, गांधीनगर, डॉ सी.पी. धाम एवं उनकी टीम को इस कॉन्फ्रेंस के आयोजन के लिए सराहना की।
पदमश्री डॉ पी.के.चौबे ने सीसीएल प्रबंधन को इस कॉन्फ्रेंस के आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रकार के कॉन्फ्रेंस से न सिर्फ नवीनतम जानकारी प्राप्त होते हैं बल्कि हमें आपस में विचारों के आदान-प्रदान करने का अवसर भी मिलता है जो अपरोक्ष रूप से बहुत ही लाभदायक है। उन्होंने कहा कि यह बडे ही हर्ष की बात है कि कोल इंडिया एवं सीसीएल अपने कर्मियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं और उन्हें बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हरसंभव प्रयास करते हैं। डॉ चौबे ने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस में प्राईमरी एवं सकेन्ड्ररी चिकित्सा सेवाओं पर केन्द्रीत में किया गया है जो प्रसंशनीय है।
सीएमएस सीसीएल डॉ आर.आर. सिन्हा ने उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से हमें एक-दूसरे से मिलने और नई जानकारियों का आदान-प्रदान होता है। उन्होंने कार्यक्रम में प्रस्तुत किये जाने वाले व्याख्यानों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इस कॉन्फ्रेंस में का मुख्य उददेश्य ‘टूवडर्स बेटर हेल्थ केयर’ है और कोयला क्षेत्र में होने वाली बीमारियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
आज के पहले दिन के सत्र में मैक्स अस्पताल के डॉ संजय सचदेवा, र्फोटीस अस्पताल के डॉ अशुंमान मुखर्जी, मैक्स अस्पताल, दिल्ली के डॉ राजीव राठी, पीजीआई चंडीगढ के डा सहज राठी सहित कई विशेषज्ञ चिकित्सकों ने श्वांस एवं हृदय संबंधित विषयों पर पेपर प्रस्तुत कर प्रतिभागियों को उपरोक्त विषय पर नवीनतम जानकारियों से अवगत कराया साथ ही उनके पश्नों का समाधान कर संतुष्ट किया।
मंच संचालन डॉ. मयूरी भट्टाचार्य तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ सी.पी. धाम ने किया।
समारोह के मुख्य अतिथि गोपाल सिंह ने देश भर से आये विख्यात विशेषज्ञ चिकित्सकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि देश के विभिन्न संस्थानों 32 विशेषज्ञ चिकित्सकों और 170 प्रतिभागी चिकित्सक इस कॉन्फ्रेस में भाग ले रहें हैं जो ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि सीसीएल का उददेश्य चिकित्सा सेवाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है और यह कार्यक्रम इस क्रम में एक महत्वपूर्ण कडी होगा। सीसीएल नियमित रूप से सीएसआर डीस्पेंसरी, स्वास्थ्य शिविरों, जनआरोग्य केन्द्र आदि के माध्यम से गरीब, ग्रामीणों एवं श्रमिकों तक बेहतर चिकित्सा सुविधा पहुंचा रहा है, श्री सिंह ने जोर देते हुए कहा। श्री सिंह ने कहा कि झारखंड राज्य में चिकित्सा क्षेत्र में बहुत कार्य करने की गुंजाइश है और यह कॉन्फ्रेंस निश्चय ही हमारे चिकित्सकों को लाभान्वित करेगी।
अवसर विशेष पर सीसीएल के निदेशक (कार्मिक) आर.एस. महापात्र ने कान्फ्रेंस में आये देश भर के विशेषज्ञ चिकित्सकों का स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सब के लिये गर्व की बात है कि आज इतनी बडी संख्या में देश के प्रख्यात चिकित्सक इस कॉन्फ्रेंस में भाग ले रहें हैं। इस कॉन्फ्रेंस का लाभ अंतत: उन आमजन को होगा जो समाज के सबसे पीछडे वर्ग तक पहुंचेगा जब यह चिकित्सक यहॉ से प्राप्त अनुभव प्राप्त कर उन्हें बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायेंगे। श्री महापात्र ने सीएमएस सीसीएल डॉ आर.आर. सिन्हा, सीएमओ, गांधीनगर, डॉ सी.पी. धाम एवं उनकी टीम को इस कॉन्फ्रेंस के आयोजन के लिए सराहना की।
पदमश्री डॉ पी.के.चौबे ने सीसीएल प्रबंधन को इस कॉन्फ्रेंस के आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रकार के कॉन्फ्रेंस से न सिर्फ नवीनतम जानकारी प्राप्त होते हैं बल्कि हमें आपस में विचारों के आदान-प्रदान करने का अवसर भी मिलता है जो अपरोक्ष रूप से बहुत ही लाभदायक है। उन्होंने कहा कि यह बडे ही हर्ष की बात है कि कोल इंडिया एवं सीसीएल अपने कर्मियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं और उन्हें बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हरसंभव प्रयास करते हैं। डॉ चौबे ने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस में प्राईमरी एवं सकेन्ड्ररी चिकित्सा सेवाओं पर केन्द्रीत में किया गया है जो प्रसंशनीय है।
सीएमएस सीसीएल डॉ आर.आर. सिन्हा ने उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से हमें एक-दूसरे से मिलने और नई जानकारियों का आदान-प्रदान होता है। उन्होंने कार्यक्रम में प्रस्तुत किये जाने वाले व्याख्यानों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इस कॉन्फ्रेंस में का मुख्य उददेश्य ‘टूवडर्स बेटर हेल्थ केयर’ है और कोयला क्षेत्र में होने वाली बीमारियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
आज के पहले दिन के सत्र में मैक्स अस्पताल के डॉ संजय सचदेवा, र्फोटीस अस्पताल के डॉ अशुंमान मुखर्जी, मैक्स अस्पताल, दिल्ली के डॉ राजीव राठी, पीजीआई चंडीगढ के डा सहज राठी सहित कई विशेषज्ञ चिकित्सकों ने श्वांस एवं हृदय संबंधित विषयों पर पेपर प्रस्तुत कर प्रतिभागियों को उपरोक्त विषय पर नवीनतम जानकारियों से अवगत कराया साथ ही उनके पश्नों का समाधान कर संतुष्ट किया।
मंच संचालन डॉ. मयूरी भट्टाचार्य तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ सी.पी. धाम ने किया।
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