सीसीएल,
तापीन नार्थ प्रोजेक्ट वर्कशाप हादसा
मनीष कुमार
चरही।
बीते शनिवार के दोपहर में सीसीएल हजारीबाग कोयला क्षेत्र के तापीन नॉर्थ परियोजना
के वर्क शॉप में हुए हादसे से चार सीसीएल कर्मियों की मौत और सात कर्मियों के
गंभीर रूप से घायल होने की घटना के बाद प्रबंधन सक्रिय हो गया है। घायलों को बेहतर
इलाज हेतु रांची के मेडिकल अस्पताल भेज दिया गया है। चार मृतकों के परिजन, ग्रामीण,
सीसीएल कर्मी और श्रमिक संगठनों के नेता देर रात तक घटनास्थल पर जमे रहे। करीब 1:00 बजे रात्रि में सीसीएल के अधिकारी
घटनास्थल पर पहुंचे। मृतकों का मुआयना कर उनके परिजनों को नौकरी का पत्र और चेक के
माध्यम से मुआवजे की राशि दी। अधिकारियों ने कहा कि बाकी राशि सरकारी प्रक्रिया
पूरी होने के बाद दी जाएगी। समझौता होने के बाद सुबह में चरही पुलिस ने चारों शवों
को अपने कब्जे में किया और पंचनामा तैयार करने के बाद पोस्टमार्टम हेतु हजारीबाग
सदर अस्पताल भेज दिया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि डंपर ऑपरेटर अशोक कुमार
को ग्रेटर मशीन को ऑपरेट करने के लिए भेजा गया था। प्रबंधन व ऑपरेटर की लापरवाही
के कारण यह घटना घटी। घटना के बाद कई राजनीतिक दलों के लोग घटनास्थल पर पहुंच कर
अपनी गोटी सेंकने मैं लगे। इसपर सीसीएल कर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा और दो नेताओं
कांग्रेसी नेता केके वाजपेई और भाजपा नेता कुमार महेश सिंह की पिटाई कर दी। मजदूरों
का रुख देख कर नेतागण भाग खड़े हुए और परियोजना कार्यालय में घुसकर छुप गए। दुर्घटना
के कारण परियोजना का कार्य दो पाली तक ठप रहा। इस घटना से तापीन परियोजना कई
खामियां उजागर हुईं। कर्मियों का कहना है कि अगर प्रबंधन ने सुरक्षा व्यवस्था पर
ध्यान नहीं दिया तो इस तरह के हादसे होते रहेंगे और मजदूर काल के गाल में समाते
रहेंगे। इधर भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय सचिव शंकर सिंह और मांडू विधानसभा के
विधायक सह पूर्व मंत्री जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा कि कई बार सुरक्षा व्यवस्था हेतु
आगाह किया गया था लेकिन प्रबंधन ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। यह घटना लापरवाही
से हुई है जो निंदनीय है। इसपर भी प्रबंधन नहीं ध्यान देगा तो आंदोलन आंदोलन किया
जाएगा जिसकी सारी जवाबदेही प्रबंधन पर होगी।
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