नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने युवा अधिकारियों से सरकारी योजनाओं का लाभ निर्धनों में सबसे निर्धन तक पहुंचाने को कहा है। वह आज यहां जन कल्याण शिक्षा समिति की एक परियोजना गुरु पूजा, संकल्प में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर, जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व राज्यपाल एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारी प्रणाली में गुरुओं पर जितना अधिक ध्यान दिया जाए, उतना कम है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण स्वयं सभी जीवित संस्थाओं के गुरु हैं, फिर भी गुरुओं के महत्व को समझाने के लिए एवं गुरु की सेवा कैसे करनी चाहिए, यह बताने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने संदीपनी मुनि को अपना आध्यात्मिक गुरु स्वीकार किया।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि संकल्प में शिक्षक भारतीय प्रशासनिक सेवा के आकांक्षी छात्रों की सहायता करते हैं, खासकर उन लोगों की जो निर्धन सामाजिक पृष्ठभूमि से संबंधित होते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामने चुनौती समाज के सभी वर्गों तक पहुंचने एवं उन्हें विकास की प्रक्रिया में भागीदार बनाने की है।
उपराष्ट्रपति ने संस्कार भारती के संस्थापक बाबा योगेंद्र को रूशी सम्मान तथा पूर्व आईएएस श्री विनय शंकर, पूर्व आईपीएस श्री भूषण लाल बोहरा एवं पूर्व आईएफएस श्री गजानन वाकानार को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गुरु सम्मान से सम्मानित किया।
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