यह ब्लॉग खोजें

शनिवार, 21 जुलाई 2018

कुशल गृहणी और प्रतिबद्ध समाजसेविका हैं रांची की किरण सिंह



* शराबबंदी के साथ उपभोक्ता जागरण का चला रही अभियान.


रांची। कहते हैं दिल में जोश, जज्बा और जूनून हो तो कोई काम असंभव नहीं है।  इसे चरितार्थ कर रही हैं राजधानी स्थित निवारणपुर मुहल्ले की निवासी लोकप्रिय समाजसेवी किरण सिंह। समाजसेवा का जुनून उनके सिर चढ़कर बोलता है। साधारण परिवार में जन्मी, पली-बढ़ी किरण की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा जमशेदपुर मे हुई। वहीं ग्रेजुएट कालेज से उन्होंने स्नातक की परीक्षा पास की। बचपन से ही किरण को समाजसेवा का शौक था। वह अपने आसपास पीड़ितों को देखकर परोपकार की भावना से ओतप्रोत हो जाती थी। स्नातक डिग्री लेने के बाद उनके भीतर छिपे समाजसेवा की भावना हिलोरें मारने लगी।
इसी बीच उनका विवाह हुआ। संयोग कहें या विधि का विधान, उनके पति राकेश कुमार सिंह  भी अपनी पत्नी की भावनाओं की कद्र करते हुए समाजसेवा के क्षेत्र में उनका हाथ बंटाने लगे। गरीबों, असहायों, निर्बल व पीड़ितों की सेवा करना सिंह दंपती की दिनचर्या में शुमार हो गया। उनके दो संतान हैं। एक बेटा और एक बेटी। घर की दिनचर्चा संभालते हुए समाज के सुख-दुख में शामिल होना उनकी आदत बन गई है। किरण शराब और किसी भी तरह के नशापान की विरोधी हैं। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के प्रति भी संकल्पित हैं। सिटीजन एक्शन ग्रुप, (कार्यालय-अशोकनगर, रांची) सामाजिक संगठन बनाकर लोगों को समाज में फैली बुराईयों को दूर करने के काम को बखूबी अंजाम दे रही हैं। किरण बताती हैं कि वह निरंतर झारखंड में शराबबंदी लागू करने की मांग कर रही हैं। वहीं विशेष रूप से उनकी संस्था उपभोक्ताओं को जागरूक करने में जुटी है। इसके लिए शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्य में उनके  पति भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करते हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य से प्रभावित होकर उनके पति राकेश सिंह को राज्य सरकार ने झारखंड राज्य उपभोक्ता संरक्षण परिषद का सदस्य मनोनीत किया है। वहीं किरण लगभग प्रत्येक दिन अपने घर के कामकाज को निबटा कर  अपनी संस्था की सदस्यों को साथ लेकर विभिन्न मुहल्लों में उपभोक्ताओं को जागरूक करने निकल पड़ती हैं। इस दौरान लोगों  से सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में सहयोग की अपील भी करती हैं । किरण सिंह के इस कार्य से प्रेरित होकर कई गृहणियां समय निकालकर उन्हें सहयोग करने लगी हैं। वह कहती हैं कि सामाजिक स्वच्छता के लिए उपभोक्ता जागरूकता जरूरी है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

शाह साहब की दूरबीन

  हास्य-व्यंग्य हमारे आदरणीय गृहमंत्री आदरणीय अमित शाह जी दूरबीन के शौकीन है। उसका बखूबी इस्तेमाल करते हैं। अपने बंगले की छत पर जाकर देश के ...