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शनिवार, 21 जुलाई 2018

हजारीबाग के चालीस विद्यालयों पर लटकी बंदी की तलवार

विद्यालय मर्ज को लेकर प्रखण्ड शिक्षा समिति की बैठक

एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने किया विरोध - कहा, इचाक मे शिक्षा के इतिहास का काला दिन

मनीष कुमार

इचाक। हजारीबाग जिले के इचाक प्रखण्ड मुख्यालय सभागार मे विद्यालय मर्ज को लेकर प्रखण्ड शिक्षा समिति की बैठक प्रखण्ड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता मे की गई । जिसमे सरकार के निर्देशानुसार प्रखण्ड के 40 विद्यालयो को बंद कर पंचायत के विद्यालय मे मर्ज करने पर चर्चा की गई । प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार  वैसे विद्यालय जहां सत्र  2017-18 मे बच्चो की संख्या  40 -60 है उसे बंद कर उसी पंचायत के दुसरे विद्यालय मे मर्ज किया जाएगा । बैठक मे शामिल पारा शिक्षक के प्रतिनिधियो ने सरकार के नीतियों का विरोध करते हुए सूची मे संसोधन करने की बात कही । कहा कि सरकार इचाक की भौगोलिक स्थिति को देखे बगैर यह कदम उठाई है जो सरासर गलत है । जहां साठ से अधिक बच्चे हैं उसे भी बंद किया जा रहा है । इचाक मे शिक्षा के इतिहास का काला दिन करार देते हुए बंद किए जा रहे विद्यालय की दूरी तथा भौगोलिक को देखते हुए विद्यालय बंद को रोकने की मांग की है । बैठक मे बीडीओ उषा मिंज, बीइइओ राकेश कुमार सिंह, पारा शिक्षक प्रतिनिधि अरूण कुमार, राजकुमार प्रसाद, राजीव कुमार, आनंद कुमार और बीआरपी नर्सिंग महतो शामिल थे ।
विद्यालय जो बंद किए जा रहे हैं । - युपीजीएस मोमारक टोला, श्याल खुर्द,टेपसा, डुमरी,नीचतपुर, राणाबाध, कवातु डीह, जतराही, दलित टोला मंगुरा, नारायणपुर, मुर्तिया बंदुआ,प्रा वि सिरसी , प्रा वि आरा, जमुआरी, फुरूका , जलौध,तुरी  गरडीह, युपीजीएस दीग्घी, लुकुइया, सिमरातरी, पुरनपनिया, धरधरवा, डोय, अंबाटाड, ठेपाय, जोगीडीह-जगडा,
कोइरी टोला देवकुली, उर्दू प्रा वि डुमरौन, गोबरडाहा, यूपीजीएस तारा डुमरौन, जमुनिया टाड, कुसियनवां, गुडकुआ, प्रा वि गोबरबंदा, कैले , डीपीईपीएस दागी,हरिजन टोला रूद, दुर्गानगर इचाक मोड, रविदास टोला सिझुआ, सिमरा और प्रा वि गिरही शामिल है ।


क्या कहतीं हैं प्रमुख :- विद्यालय बंद करने की सरकार की इस अभियान को निंदा करते हुए सरकार और प्रशासन की मनमानी करार दिया है । कहा कि बैठक के विषय मे मुझे कोई जानकारी नही दी गई है । प्रमुख की अनुपस्थिति मे इतना बडा निर्णय लेना प्रखण्ड की जनता के साथ विश्वासघात है । बापू जी का सपना था टोला टोला स्कूल खोलना जबकि सरकार राष्ट्रपिता के सपना पर भी कुठाराघात प्रहार किया है ।

क्या कहते हैं राजनीतिक दलों के नेता :- इस संबंध मे झामुमो के जिला सचिव मनोहर राम ने कहा कि भाजपा की रघुवर सरकार द्वारा विद्यालयों को बंद करने की जो अभियान चलाया है । उसे झामुमो निंदा करती है । लगता है कि रघुवर की सरकार मानसिक संतुलन बिगड गई ।

जदयू के प्रदेश महासचिव बटेश्वर मेहता ने कहा कि सरकार इस तरह के निर्णय लेकर राज्य को गर्त मे भेजना चाहती है । आदिवासी तथा सुदूरवर्ती इलाको की विद्यालय को बंद कर जनता के भविष्य के साथ भद्दा मजाक कर रही है ।

भाजपा के पुर्वी मण्डल अध्यक्ष जयनंदन मेहता ने कहा कि सरकार का यह निर्णय गलत है । इस तरह का निर्णय से शिक्षा का स्तर गिर जाएगा ।

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