* मदरसों के संचालन के लिए दस्तूरसाज कमिटी गठित
* विवाह में यदि डीजे बजा,तो काजी नहीं कराएंगे निकाह
रांची। एदारा-ए- शरिया , झारखंड की एक अहम बैठक गुरुवार को हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा दरगाह कमेटी हॉल में हुई। बैठक की अध्यक्षता हजरत मौलाना सैयद शाह अलकामा शिबली कादरी ने की । बैठक का संचालन हजरत मौलाना क़ुतुबुद्दीन रिजवी ने किया। बैठक में सात एजेंडों पर चर्चा की गई। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जल्द ही बकरीद के मद्देनजर उलेमा ए कराम और सभी एदारो की संयुक्त बैठक होगी। निर्णय लिया गया कि इमाम, मोअज़ीन, मदरसा के टीचर की तनख्वाह में बढ़ोतरी के लिए एक कमिटी बनाई जायगी। इससे पूर्व इमाम, खतीब, मदरसा के टीचर के लिए नियुक्ति और बर्खास्त के लिए एक दस्तूर बनाया जायेगा। जिसके लिये दस्तूरसाज कमिटी बनाई गई। जिसमे मौलाना फारूक, मौलाना दिलदार, मौलाना फैजुल्लाह, मौलाना जसीमुद्दीन खान, मुफ़्ती अब्दुल कुद्दुस, जिसका कन्वेनर मौलाना जसीम उद्दीन खान को बनाया गया। ये दस्तूर अगस्त माह तक बनाना है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जश्न 100 साला उर्स आला हजरत एक एप बनाया जाय। जिसकी जिम्मेदारी मौलाना फारूक और मौलाना दिलदार को दी गई। मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी इसके कन्वेनर होंगे। मसाजिद के इमाम और खतीब लगातार 8 जुमा तक जुमा की नमाज़ में मोहब्बत और भाई चारे का पैगाम देंगे। इसके अलावा बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सौ साला प्रोग्राम के लिए एक वर्किंग कमेटी बनाई जाए, जिसकी जिम्मेदारी हजरत मौलाना अल्लामा अलकमा शिबली कादरी को दी गई। इसी सम्बंध में 1440 हिजरी के सफर महीने में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा और एक सोवनियर निकाला जायगा। साथ ही यह तय हुआ कि शादी-ब्याह के मजलिस में अगर डीजे साउंड, नाच, गाना हो तो वहां क़ाज़ी और इमाम निकाह न पढाये। सम्बन्धित कमिटी गलत रस्म को खत्म करने के लिये कड़ा कदम उठाए। आजमीन हज की बेहतर तबीयत और खिदमत के साथ उलेमा ए कराम रुखसत करेंगे। मौलाना अलकमा शिबली की दुआ से बैठक खत्म हुई। धन्यवाद ज्ञापन हाजी रऊफ गद्दी ने की। बैठक में मौलाना अलकमा शिबली क़ादरी, मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी , मौलाना जसीम उद्दीन खान अम्बर, मौलाना दिलदार हुसैन, मौलाना आफताब ज़िया रिज़वी, मौलाना हामिद रज़ा, मौलाना अयूब राजा, मौलाना अब्दुल कुद्दुस, मौलाना अमानुर रब बरकाती, मौलाना साबिर हुसैन बरकाती, मौलाना मंज़ूर हसन बरकाती, मौलाना गुलाम फ़ारूक़, मौलाना अब्दुल हमीद फैज़ी, कारी अयूब रिज़वी, मौलाना हसन रज़ा, मौलानान मुबारक हुसैन, कारी शमशीर रिज़वी, हाफिज जावेद, हाफिज अब्दुल क़य्यूम, मौलाना इरशाद, कारी इस्राइल तेगी, कारी मुजीबुर्रहमान, दरगाह कमिटी के अध्यक्ष हाजी अब्दुल रऊफ गद्दी, महासचिव मो फ़ारूक़ समेत कई लोग मौजूद थे।
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