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चक्रधरपुर। शिक्षाविद निरुप कुमार प्रधान में समर्थ नाम की एक संस्था का गठन किया है इस संस्था में के अंतर्गत गरीब एवं आर्थिक असमर्थ को नि:शुल्क प्रतियोगिता परीक्षा एवं नि:शुल्क बुनियादी शिक्षा दी जाएगी ।साथ ही साथ सामाजिक कल्याण के कार्यों को भी संपन्न किया जाएगा।इसके संस्थापक शिक्षाविद निरुप हैं।
इसी संस्था द्वारा 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया इसमें नि:शुल्क बुनियादी शिक्षा के सभी बच्चे इकट्ठे होकर इस कार्यक्रम का आयोजन किए। इसमें झारखंड की संस्कृति का एक दृश्य देखने को मिला ! जिसमें सभी बच्चे एवं शिक्षक सरना नृत्य को प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में कई गणमान्य लोग उपस्थित थे जिसमें समाजसेवी विनोद भगेरिया एवं उनकी पत्नी श्रीमती विशाखा ,पूर्व प्राचार्य नागेश्वर प्रधान,कविवर रणविजय कुमार ,समाजसेवी सदानंद होता, सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी दिग्गी इत्यादि गणमान्य उपस्थित होकर सभी बच्चों का उत्साह बढ़ाएं।
इस दौरान सभी अतिथि गण भी इस नृत्य में सम्मिलित होकर इस का मान बढ़ाएं एवं सर्वश्रेष्ठ नृत्य का पुरस्कार भी उनके हाथों से बच्चों को दिया गया। इस तरह यह कार्यक्रम सफल रहा एवं आगामी वर्ष भी इस दिवस को धूमधाम से मनाने का संकल्प लिया गया।
इस कार्यक्रम में श्री निरूप ने ढोल बजाकर बच्चों के साथ नृत्य किया एवं इसका संबोधन श्री नील अभिमन्यु के द्वारा संपन्न हुआ।

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