विनय मिश्रा
चक्रधरपुर। चक्रधरपुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष आनंद कुमार कसेरा पिछले चुनाव में सर्वाधिक वार्ड पार्षदों के समर्थन से उपाध्यक्ष चुने गए और झारखंड के सबसे कम उम्र के उपाध्यक्ष बने किंतु अध्यक्ष के डी साह के द्वारा उनको हमेशा दरकिनार किया गया हद तो तब हो गई कि शिला पट से भी उपाध्यक्ष आनंद कसेरा नाम गायब हो गया तथा उन्हें शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम में भी बुलाने की आवश्यकता नहीं समझी गई। ऐसा श्री कसेरा का कहना है कि उनके कक्ष में हमेशा ताला लगा रहा। उनका कार्यालय कबाड़खाने के साथ साथ गोदाम बन गया। ये निश्चित तौर से उनके लिए पीड़ा जनक रही अपनी उपेक्षा से वे इतने व्यथित हुए कि उन्होंने भी नगर परिषद से दूरी बना ली किंतु जब वार्ड पार्षद एक जुट होकर अध्यक्ष के के साह के कार्यों का विरोध किया तो आनंद कसेरा भी अपने फार्म में लौट आए।


कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें