देवेंद्र गौतम
रांची। हिंदपीड़ी की इशरत परवीन को सीएम रघुवर दास ने राखी का नायाब
तोहफा दिया है। इशरत को घर में आज दोहरी खुशी का माहौल है। ठीक ईद के दिन सउदी
अरबिया में तीन माह से एक कंपनी में बंधक पड़े उनके भाई मुफीद को सही सलामत सके घर
पहुंचा दिया गया है। अब पूरा परिवार दोहरी खुशी के साथ ईद मनाएगा। मुफीद कल 11
अगस्त को सुबह 4 बजे सूदी अरब से दुबई होते हुए दिल्ली पहुंचे थे जहां मुख्यमंत्री
के आप्त सचिव केपी बलियान ने उन्हें रिसीव किया था। इसके बाद वे एयर एशिया की
फ्लाइट से दिन के 11 बजे उन्हें रांची पहुंचाया। खबर लिख जाने के समय मुफीद अपने
परिजनों के साथ ईद की खुखियां साझा कर रहे हैं।
इशरत परवीन ने मुख्यमंत्री रघुवर दास के समक्ष अपने भी को छुड़ाकर
लाने की गुहार लगाई थी।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मामले को संवेदनशीलता
से लेते हुए तुरत अपने प्रधान सचिव को इस बाबत कार्रवाई करने और मुफ़ीज़ को वापस
भारत लाने की पहल करने का निदेश दिया। नई दिल्ली से स्थानिक आयुक्त एमआर मीणा और
मुख्य मंत्री के आप्त सचिव के पी बालियान ने मुफीद की वापसी के लिए पूरा जोर लगा
दिया। इन दोनों ने विदेश मंत्रालय और सऊदी अरब के भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क
कर उन्हें भारत लाने की कोशिश शुरू कर दी। मुख्यमंत्री को भी पल पल की जानकारी दी
जा रही थी। मोहम्मद मुफ़ीज़ पर नियोक्ता कंपनी ने 12 अप्रैल 2019 से रियाद के कोर्ट
में मुकदमा कर रखा था। ऐसे में भारतीय दूतावास ने पहल कर उसे झूठे मुकदमे से निजात
दिलाया और इमरजेंसी पासपोर्ट सर्टिफिकेट बनाकर उसे भारत लाने की पहल की गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि हमारी कोशिश हो कि ईद उल जोहा से पहले मुफ़ीज़ घर आ जाए। उनकी
कोशिश कामयाब हुई। इस अभियान में सीएम रघुवर दास और उनके आप्त सचिव केपी बलियान और मुख्य सचिव की भूमिका सराहनीय रही।
मुख्य मंत्री ने भारत के विदेश मंत्रालय और
सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास के प्रति आभार और धन्यवाद प्रकट किया है.
मुख्यमंत्री ने झारखण्ड भवन के स्थानिक आयुक्त एम आर मीणा, अपने आप्त सचिव के पी बालियान को भी बधाई
दी है.
श्री दास ने राज्य के मुख्यसचिव डॉ डी के
तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह विभाग सुखदेव सिंह और अपने प्रधान सचिव डॉ
सुनील कुमार वर्णवाल को भी तत्पर कार्रवाई के लिए बधाई दी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें