अंतराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी द ब्लिस के लिए पेंटिंग्स चयनितकलाकृति स्कूल ऑफ आर्ट्स से जुड़े हैं पांचों चित्रकार
रांची।
राजधानी स्थित कलाकृति स्कूल ऑफ आर्ट्स के पांच छात्रों की पेंटिंग्स का चयन 25 से 30 जुलाई तक काठमांडू नेपाल में होने वाले “द ब्लिस (The Bliss)“ अंतराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी के
लिए हुआ है | इस प्रदर्शनी में विश्व भर से
चित्रकारों की चयनित पेटिंग्स प्रदर्शित किये जायेंगे । ज्ञात है कि कलाकृति स्कूल
ऑफ आर्ट्स के कला शिक्षक व संस्थापक धनंजय कुमार की पेंटिंग का भी प्रोफेशनल वर्ग
में चयन हुआ है। धनंजय कुमार ने बताया कि
संस्था के लिए यह गर्व का पल है। इस प्रदर्शनी में सुष्मिता मंडल की ऐक्रेलिक कलर में बनायीं हुई “कलर्स ऑफ़ लाइफ” पीयूष रंजन के
ऐक्रेलिक कलर में बनायीं हुई “रिदम ऑफ़ लव”, श्रृष्टि
राज द्वारा वाटर कलर में बनाई हुई “अंडर द सी “, आयेशा अहमद द्वारा वाटर कलर में बनायीं हुई “बुद्धा इन पीस” एवं
विकास कुमार के द्वारा ऐक्रेलिक कलर में बनाई हुई “बुद्धा” का चयन हुआ है | इस प्रदर्शनी में विश्व भर से अनेक
चित्रकारों की पेटिंग्स प्रदर्शित किये
जायेंगे | इस अवसर पर छात्रों को संस्था के ओर से
बधाई देते हुए धनंजय कुमार ने कहा कि इस तरह के अंतराष्ट्रीय प्रदर्शनी में संस्था
के पांच चित्रकारों का जगह बना पाना गर्व
की बात है | इस तरह के अवसरों से कलाकारों का मनोबल
तो बढ़ता ही है, साथ ही साथ विश्व भर के कलाकारों के
साथ काम करने और उनसे बहुत कुछ सीखने का अवसर भी प्राप्त होता है । सभी छात्रों ने
इस सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों और शिक्षकों को दिया | सुष्मिता ने बताया कि उन्होंने शादी के
बाद कला की शिक्षा लेना प्रारंभ की और उनके पति मानस मंडल ने उन्हें काफी
प्रोत्साहित किया, जिसका परिणाम है कि आज वो अपनी पहचान
स्थापित करने में सफल हुई है | छात्र
पीयूष रंजन ने बताया कि कला में उनकी रूचि बचपन से है और आगे भी कला के क्षेत्र
में शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं | संस्था
में 6 वर्षों से शिक्षा ग्रहण कर रही चित्र
विशारद की छात्र श्रृष्टी राज ने सफलता का श्रेय अपनी माता पिता एवं गुरु को दिया
। वहीं, आयेशा ने बताया कि वह कला में रूचि
रखती है एवं अपनी इस सफलता से काफी खुश है । विकास कुमार ने कहा कि कलाकृति
संस्था द्वारा उन्हें स्कॉलरशिप दिया गया
है । वह अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों के देते हैं। यह जानकारी कलाकृति स्कूल
ऑफ आर्ट्स के निदेशक धनंजय कुमार ने दी ।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें