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शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

सीएम की चीन यात्रा भाजपा की दोहरी नीति का परिचायकः सुबोधकांत



रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास की चीन यात्रा पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की दोहरी नीति का ज्वलंत उदाहरण है। जो चीन डोकलाम पर नज़र गड़ाए बैठा है, जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा संरक्षक है वह भारत का कभी सगा नहीं हो सकता। भाजपा के नेता और सहयोगी संगठन चीन के बने उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करते हैं। फिर आर्थिक विकास के नाम पर चीन के साथ गलबहियां करने का क्या अर्थ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद तो विदेशी निवेश के नाम पर दुनिया की सैर करते हुए चार साल गुजार दिए और कोई छौटा-मोटा निवेश भी नहीं ला सके। अब अपने मुख्यमंत्रियों को विदेश यात्रा का अवसर देकर उनकी हसरत पूरी कर रहे हैं। सत्ता में वापस तो आना नहीं है। जितना समय शेष बचा है उसमें अपने अरमान पूरे कर लो। राजकोष पर बोझ पड़ता है तो पड़े। अर्थ व्यवस्था को कोई लाभ नहीं होता है तो न हो। कम से कम भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री यह शिकायत तो नहीं करेंगे कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी खुद ही दुनिया की सैर करते रहे औरों को मौका नहीं दिया। श्री सहाय ने कहा कि मोदी सरकार को अर्थ व्यवस्था की कितनी समझ है यह नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के तरीके से जाहिर हो चुका है। नोटबंदी एक बेतुकी कवायद थी, अब यह बात विपक्ष नहीं कह रहा है स्वयं रिजर्व बैंक की वार्थिक रिपोर्ट बता रही है। जब अनुमानित काला धन नष्ट नहीं हुआ और रद्द नोटों का 99 प्रतिशत से अधिक हिस्सा बैंकों के पास वापस आ गया तो अब इसका सुखद नतीजा भविष्य में आने का दावा किया जा रहा है। अपनी पराजय स्वीकार करना अच्छी और स्वस्थ परंपरा है लेकिन इसके लिए बड़े कलेजे की जरूरत होती है। सिर्फ दावा कर देने से किसी का कलेजा 56 इंच का नहीं हो जाता। अपनी गलतियों को सही करार देने के लिए कुतर्क गढ़ना इनसान को अविश्वसनीय बनाता है। सरकार अच्छी तरह जानती है कि चीन भारत का दुश्मन रहा है और रहेगा लेकिन घूमने-फिरने के लिए अच्छी जगह है इसलिए अर्थ-व्यवस्था की बेहतरी के नाम पर घुमक्कड़ी का आयोजन किया जा रहा है। सरकारी खजाने को किस तरह लूटा और अपने पूंजीपति दोस्तों के बीच लुटाया जा रहा है, जनता देख और समझ रही है। उसे जवाब देने के लिए अगले चुनाव का इंतजार है।

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