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गुरुवार, 23 अगस्त 2018

पत्रकारिता जगत के पुरोधा की कमी वर्षों तक खलेगी : सुबोधकांत सहाय



कुलदीप नैयर
रांची। प्रखर पत्रकार, शांतिदूत व ख्यतिप्राप्त मानवाधिकार कार्यकर्ता कुलदीप नैय्यर की कमी वर्षों तक खलेगी। समसामयिक विषयों पर गहरी पकड़ रखने वाले, देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन से पत्रकारिता जगत सहित देश के बुद्धिजीवी वर्ग और आम जन को नुकसान पहुंचा है। उक्त बातें पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने अपने शोक संवेदना में कही। उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से बीमार रहने के बावजूद पत्रकारिता के क्षेत्र में उनकी सक्रियता बनी हुई थी। विभिन्न मुद्दों पर बेबाक टिप्पणी और अपनी दो टूक राय रखने में उनका कोई सानी नहीं था। वह अपने तरह के अकेले पत्रकार थे। यही वजह थी कि उनसे असहमति रखने वाले को भी उनकी लेखनी पढ़े बिना चैन नहीं आता था। उनके निधन से पत्रकारिता को हुई क्षति की पूर्ति  निकट भविष्य मे नहीं हो सकती। श्री सहाय ने उनके निधन पर शोक जताते हुए उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
गौरतलब है कि कुलदीप नैयर का जन्‍म 14 अगस्‍त 1923 में सियालकोट में हुआ था। उन्होंने लॉ की डिग्री लाहौर और पत्रकारिता की डिग्री यूएसए से ली थी। दर्शनशास्‍त्र उनका प्रिय विषय था जिसमें उन्होंने पीएचडी हासिल की थी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति दें।

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