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रविवार, 26 अगस्त 2018

जहां गरजती थी बंदूकें, लहरा रहा तिरंगा

रंग ला रही है तिरंगा सम्मान यात्रा की पहल
  देशप्रेम की भावना से ओतप्रोत हो रहे ग्रामीण

रांची। जिन इलाकों में कभी लोग दहशत के साये में रहने को विवश थे। शाम होते ही घरों में दुबक जाते थे। बंदूकों की गर्जन से इलाका थर्राया रहता था। अब उन इलाकों में ग्रामीण अमन- चैन से रहने लगे हैं। ऐसा संभव हो पाया है सामाजिक संगठन रे ग्राम सेवा फाउंडेशन और तिरंगा सम्मान यात्रा के संयुक्त प्रयास से। झारखंड के नक्सल प्रभावित जिले चतरा के सुदूरवर्ती गांवों में विकास की बाट जोह रहे  ग्रामीणों के बीच उम्मीद की किरणें बिखेरने में समाजसेवी सुधांशु सुमन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जिन इलाकों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को लोगों ने देखा तक नहीं था,वहां तिरंगा सम्मान यात्रा के माध्यम से लोगों के बीच राष्ट्रीयता का अलख जगाने में जुटे हैं। श्री सुमन इस क्रम में रविवार को कुन्दा प्रखंड (चतरा) के घने जंगलों से घिरा गाँव खुशियाला में, जहां दो पहिया वाहन से भी बड़ी मुश्किल से गुजरना पड़ता है,वहां पहुंचे। वीरान और सुनसान पहाड़ियों से घिरा यह गाँव अतिपिछड़ा है। अधिकतर मकान, खपड़ैल घर सदियों पुराना रहन सहन , नक्सल प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। ग्रामीणों के मुताबिक, जहां  कभी बंदूकें की गर्जन होती थी परंतु आज तिरंगा सम्मान के माध्यम से और पुलिस प्रशासन की सक्रियता से जय जवान जय किसान,वंदे मातरम की आवाज़ वहां की वातावरण में समाहित हो गया है। समाजसेवी  तिरंगा सम्मान यात्रा की इस पहल ने एक बड़ा अभियान का रूप धारण कर लिया है। खुशियला गाँव में पगडण्डी ही जीवन रेखा है, उसी पगडण्डी में तिरंगा सम्मान यात्रा निकाली और सैकड़ो ग्रामीणों ने राष्ट्रीय सम्मान  यात्रा  में भाग लिया। श्री सुमन ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों में राष्ट्रीयता की भावना जगाना है। समाज की मुख्य धारा से भटके हुए युवक-युवतियों में सामाजिक चेतना जागृत कर उन्हें समाज से जोड़़ना है। इसके लिए ग्रामीणों की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझकर उनके दुख दर्द में शामिल हो रहे हैं। उनकी समस्याओं से अवगत हो रहे हैं। यही वजह है कि नक्सल प्रभावित इलाकों के लोग समाज की मुख्य धारा से जुड़ने लगे हैं। सुधांशु सुमन ने चतरा संसदीय क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने की ठानी है। उन्होंने चतरा के सभी गांवों के कायाकल्प करने का संकल्प लिया है। इस दिशा में अपनी टीम के साथ जुटे हैं।

2019 तक चतरा के सभी गांवों में सुविधाएं पहुंचाने का सुधांशु सुमन ने लिया संकल्प

* अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में पहुंची तिरंगा सम्मान यात्रा की टीम
 
वर्ष 2019 तक चतरा जिले के सभी गांवों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होगी।इसके लिए सामाजिक संस्था रे ग्राम सेवा फाउंडेशन व तिरंगा सम्मान यात्रा की टीम के सदस्य प्रयासरत हैं। उक्त बातें सुप्रसिद्ध समाजसेवी सुधांशु सुमन ने शनिवार को कुन्दा प्रखंड के लकड़बंधा, खुशियाला व आसपास के ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि खुशियाला,लकड़बंधा में पहली बार तिरंगा सम्मान यात्रा निकाली गयी है। इससे ग्रामीणों के बीच राष्ट्र प्रेम की भावना भी जग रही है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी राष्ट्रगान गुंजायमान हो रहा है।
 गौरतलब है कि रे ग्राम सेवा फाउंडेशन तिरंगा सम्मान यात्रा के सूत्रधार व समाजसेवी सुधांशु सुमन पिछले दस वर्षों से चतरा  की आर्थिक विकास ,सामाजिक समरसता,शैक्षणिक सुलभता और मूलभूत जरूरतों को संतुलित करने कर लिये तिरंगा के माध्यम से लोगों के दिलों से जुड़ रहे है । इसी क्रम में पिछले 10 दिनों से कुन्दा प्रखंड में पांच पंचायत के 125 गांव को पेट्रोटिक इंडिया व ग्रीन इंडिया के माध्यम से गांव गांव में जागृति, हरियाली लाने की कोशिश की जा रही है। साथ साथ कुंदा जैसे सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए विशेष काम किया जा रहा है।
 समाजसेवी सुधांशु सुमन ने पत्रकारों को बताया कि कुन्दा में पांच विशेषज्ञ डॉक्टरो के समूह स्वास्थ्य कैम्प में मरीजो का उपचार किया।  डॉ जे हसन फिजिसियन, डॉ जे ईमाम,डॉ मंजर,डॉ नसीम, डा. सुषमा कुमारी समेत फिजिसियन ने कुन्दा प्रखंड के पांचों पंचायतों में से लगभग हजारो ग्रामीण,महिला का इलाज किया। शिविर में
रे ग्राम सेवा फाउंडेशन के सौजन्य से निःशुल्क चिकित्सा के साथ साथ निःशुल्क दवा का भी वितरण किया गया। डॉ जे हसन व डॉ जे इमाम ने कहा कि चतरा के सुदूरवर्ती प्रखंड में तिरंगा के नीचे पहली बार मुझे काम करने का मौका मिला, जिससे हम गौरवान्वित हैं।
समाजसेवी सुधांशु सुमन सिकीदाग पंचायत के लकडमंदा-खुशियाला,फुलवरिया,बल्ही,कोजरम,कामद,सोहर लाट,सिधाबारी,सर्जामातो समेत दर्जनों गांवो में जाकर तिरंगा सम्मान यात्रा निकाली। जहां के ग्रामीण आज तक तिरंगा झंडा देखे नही थे। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान से किया गया। इस अवसर पर तिरंगा कमिटी के लोकसभा क्षेत्र महिला प्रभारी प्रतिमा देवी, किरण देवी, सिकीदाग मुखिया ज्ञानती देवी, कुन्दा की मुखिया रेखा देवी, पूर्व मुखिया सुनीता देवी, सागर कुमार, अनुज सिन्हा, अर्जुन सोनी, मीडिया प्रभारी अमन अग्रवाल, प्रमोद सिंह, पूर्व जिप सदस्य पृथ्वी गंझू, गणेश गंझू, निर्मल गंझू,उमेश कुमार गुप्ता,  सुरेंद्र कुमार, अनिल कुमार यादव, मुकेश यादव, शिवकुमार गंझू, चनेश्वर गंझू, रंजीत यादव, प्रमोद गुप्ता, लवकुश गुप्ता, विश्वनाथ गंझू, राजेन्द्र गंझू ,राजेश महतो, शंकर गंझू, अनिल गंझू समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।

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