2025 तक 6,000 करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य
2 2025 तक एम्वे के लिए भारत वैश्विक स्तर पर
शीर्ष 3 बाजारों में शामिल होगा
·
2 2025 तक न्यूट्रीशन कैटेगरी के योगदान को दोगुना करने का लक्ष्य
2 2025 तक न्यूट्रीशन कैटेगरी के योगदान को दोगुना करने का लक्ष्य
·
सौंदर्य और उपभोक्ता वस्तुओं की श्रृंखला में कई उत्पादों को लॉन्च करने की योजना
सौंदर्य और उपभोक्ता वस्तुओं की श्रृंखला में कई उत्पादों को लॉन्च करने की योजना
·
2018 में एम्वे के शीर्ष 5 उत्पाद 100 करोड़ रुपये के कारोबार की श्रेणी में शामिल हुए
2018 में एम्वे के शीर्ष 5 उत्पाद 100 करोड़ रुपये के कारोबार की श्रेणी में शामिल हुए
·
अगले 2-3 वर्षों में भारत में अनुसंधान एवं विकास, विनिर्माण और डिजिटल क्षेत्रों में पहल को प्रोत्साहन देने के लिए 100 करोड़ रुपये के निवेश की योजना
अगले 2-3 वर्षों में भारत में अनुसंधान एवं विकास, विनिर्माण और डिजिटल क्षेत्रों में पहल को प्रोत्साहन देने के लिए 100 करोड़ रुपये के निवेश की योजना
रांची। भारत में पिछले 20 सालों से कारोबार के सफलतापूर्वक संचालन का उत्सव मनाते हुए, एफएमसीजी की डायरेक्ट सेलिंग के क्षेत्र में देश की नंबर 1 कंपनी, एम्वे इंडिया ने आज बाजार के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए वर्ष 2025 के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा की। भारत में अपनी विकास यात्रा को लेकर कंपनी अत्यंत उत्साहित है और वर्ष 2025 तक 6,000 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति के साथ एम्वे के लिए भारत को वैश्विक स्तर पर शीर्ष 3 बाजारों में स्थान दिलाने का लक्ष्य रखा है।
विगत 20 वर्षों की सफलता पर टिप्पणी करते हुए, श्री अंशु बुधराजा - सीईओ
- एम्वे इंडिया ने कहा, "हम भारत में अपने सामने कारोबार की असीम संभावनाओं से बेहद उत्साहित हैं। उद्योग जगत की रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि एफएमसीजी की डायरेक्ट सेलिंग के क्षेत्र में कारोबार की काफी संभावनाएं मौजूद हैं। वर्ष 2025 तक इस उद्योग के 65,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है, जो इसके मौजूदा आकार की तुलना में लगभग 6 गुना वृद्धि का संकेत देता है। इसके चलते 18 मिलियन से अधिक लोगों को उद्यमशीलता का अवसर मिलेगा, जिसमें 50% महिलाएं शामिल हैं। हमने पिछले 20 वर्षों में 20 प्रतिशत की सीएजीआर दर्ज की है, जो हमारे व्यापार के मॉडल की दृढ़ता एवं भारतीय बाजार के महत्व का प्रमाण है, जो हमारे लिए शीर्ष बाजारों में से एक है। वर्ष 2025 तक हम अपने कारोबार में तीन गुना वृद्धि देख रहे हैं, जो हमारे मजबूत प्रत्यक्ष विक्रेताओं नेटवर्क के साथ-साथ नवाचारों
एवं डिजिटल क्षेत्र में दायरे के विस्तार से प्रेरित है, साथ ही इसके लिए युवा उपभोक्ताओं को आकर्षित करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।"
विटामिन एवं पूरक आहार (वीडीएस)* का मौजूदा बाजार आकार 8,400 करोड़ रुपये का है और अगले 5 वर्षों में इसमें 10% की दर से वृद्धि होगी। वर्तमान में वैश्विक स्तर पर भारतीय बाजार की हिस्सेदारी केवल 2-3% है, जो विकास की असीम संभावनाओं के द्वार खोलता है। एम्वे ने वर्ष 2025 के अपने लक्ष्य के संदर्भ में स्पष्ट योजना तैयार की है। न्यूट्रिशन एंड वैलनेस का क्षेत्र राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत है, और एम्वे ने वर्ष 2025 तक इस श्रेणी के राजस्व को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी न्यूट्रास्यूटिकल उद्योग की मजबूत विकास संभावनाओं के प्रति अत्यंत उत्साहित है।
कंपनी हाल ही में लॉन्च किए गए न्यूट्रिलाइट पारंपरिक हर्ब रेंज की सफलता से उत्साहित है, और वर्ष के अंत तक इसकी बिक्री के 100 करोड़ रुपये की सीमा को पार करने की उम्मीद है। कंपनी भारत में 100 करोड़ रुपये के क्लब में अपने शीर्ष बिक्री वाले उत्पादों की सफलता का जश्न मना रही है, जिसके अंतर्गत न्यूट्रिलाइट
ऑल प्लांट प्रोटीन पाउडर, न्यूट्रिलाइट डेली, एम्वे क्वीन कुकवेयर और ग्लिस्टर टूथपेस्ट शामिल हैं।
भारत में अपने अभिनव और उच्च गुणवत्तायुक्त प्रस्तावों के दायरे का विस्तार करने के लिए, एम्वे ने ब्यूटी एवं पर्सनल केयर श्रेणी में हर्बल प्रोडक्ट पर ध्यान केंद्रित करते हुए करते हुए जल्द ही अपने नवीनतम उत्पादों को लॉन्च करने की योजना बनाई है। उपभोक्ता उत्पादों के क्षेत्र में भी अपने दायरे को बढ़ाने के प्रयास में एम्वे ने एयर प्यूरीफिकेशन के कारोबार में प्रवेश की घोषणा की है।
अगले 2-3 वर्षों के दौरान एम्वे भारत में 100 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रहा है, जिसके अंतर्गत अनुसंधान
एवं विकास के क्षेत्र में 70 करोड़ रुपये का निवेश, विनिर्माण में 10 करोड़ रुपये और डिजिटल पहलों में 20-30 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है। अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में निवेश, सभी श्रेणियों में उत्पादों के नवाचार को बढ़ाने के लिए शोध क्षमताओं के निर्माण पर केंद्रित होगा, जबकि विनिर्माण के क्षेत्र में निवेश को विनिर्माण सुविधाओं के डिजिटलीकरण, स्वचालन तथा ऊर्जा के इष्टतम उपयोग की ओर प्रवाहित किया जाएगा। एम्वे इंडिया ने अपने ऑनलाइन स्टोर और मोबाइल ऐप के माध्यम से अपनी डिजिटल उपस्थिति को बढ़ाने के लिए अर्थपूर्ण निवेश किया है। कंपनी ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने तथा एम्वे के प्रत्यक्ष विक्रेताओं के अपने कार्य बल को लाभ पहुंचाने के लिए डिजिटल टूल्स की दिशा में निरंतर प्रयास करना जारी रखेगी।
एम्वे ने भारत
में
1000 करोड़ रुपये
की निवेश
योजना के
हिस्से के
रूप में,
तमिलनाडु के
मदुरै में
विश्व स्तरीय
विनिर्माण सुविधा
में
600 करोड़ रुपये
का निवेश
किया है।
अपने ग्राहकों
तक पहुंच
के विस्तार
एवं उन्हें
अपने साथ
जोड़ने की
योजना के
एक भाग
के रूप
में,
निवेश एक
महत्वपूर्ण हिस्से
का उपयोग
भारत में
एम्वे एक्सपीपी
स्टोर लॉन्च
करने के
लिए किया
जाएगा। वर्ष
2018 के दौरान,
कंपनी की
ओर से
पूरे भारत
में
25 नए एक्सप्रेस
पिक एंड
पे
(एक्सपीपी) स्टोर का शुभारंभ
किया जाएगा।
डिजिटल लर्निंग पोर्टल
(ई-लर्निंग) के जरिए बड़े
पैमाने पर
उपस्थिति के
अलावा, औसतन 12 माह की
अवधि के
दौरान 18,000 से अधिक मुफ्त
प्रशिक्षण सत्रों
की पेशकश
के जरिए
एम्वे इंडिया
रणनीतिक रूप
से कौशल
विकास एवं
देश में
उद्यमिता को
पोषित करने
पर भी
निवेश कर
रहा है।
एम्वे इंडिया
के बारे
में
एम्वे इंडिया,
एम्वे की
पूर्ण स्वामित्व
वाली अनुषंगी
कंपनी है
जिसका मुख्यालय
एडा,
मिशिगन, यूएसए में स्थित
है। एम्वे
डायरेक्ट सेलिंग
कारोबार के
क्षेत्र में
दुनिया की
नंबर 1 कंपनी है,
जिसने 100 से अधिक देशों
एवं क्षेत्रों
में अपनी
उपस्थिति दर्ज
की है।
विश्व स्तर
पर प्रतिष्ठित
100 कंपनियों की
सूची में
दुनिया में
शीर्ष राजस्व
उत्पन्न करने
वाली प्रत्यक्ष
बिक्री कंपनियों
के प्रदर्शन
की समीक्षा
की जाती
है,
जिसने 2018 में लगातार छठे
वर्ष के
लिए एम्वे को #1 स्थान दिया
है।[i]
वैश्विक स्तर
पर,
8.6 बिलियन अमरिकी डॉलर के
कारोबार के
साथ एम्वे
59 वर्ष से
पुरानी कंपनी
है,
जो गुणवत्तायुक्त
उपभोक्ता वस्तुओं
के निर्माण
एवं प्रत्यक्ष
बिक्री में
संलग्न है।
एम्वे के
नवाचार और
उद्योग जगत
में अनुसंधान
एवं विकास
ने
800 से अधिक
पेटेंट दिए
हैं,
साथ ही
अन्य 240 पेटेंट लंबित हैं।
एम्वे के
दुनिया भर
में मौजूद
100 अनुसंधान एवं
विकास तथा
गुणवत्ता आश्वासन
प्रयोगशालाओं में
लगभग 1000 वैज्ञानिक कार्यरत हैं।
अपने प्रत्यक्ष
विक्रेताओं की
सहायता से,
एम्वे इंडिया
पोषण, सौंदर्य, व्यक्तिगत देखभाल,
गृह देखभाल
और उपभोक्ता
वस्तुओं जैसे
श्रेणियों में
140 से अधिक
दैनिक उपयोग
के विशिष्ट
गुणवत्ता वाले
उत्पादों को
बेचता है।
एम्वे के
उत्पादों को
उनकी गुणवत्ता
एवं अहमियत
के लिए
पहचाना जाता
है और
इसकी सराहना
की जाती
है। उपयोग
के बाद
100% संतुष्टि के
लिए,
इन उत्पादों
को पैसे
वापसी की
गारंटी द्वारा
समर्थन दिया
जाता है।[ii] उपभोक्ताओं तक
अपनी पहुंच
बढ़ाने के
उद्देश्य से,
एम्वे ने
पूरे देश
में
55 एक्सप्रेस पिक
और पे
स्टोर स्थापित
किए हैं।
एम्वे के
उत्पाद भारत
के साथ-साथ पूरी
दुनिया में
मशहूर हैं।
न्यूट्रिलाइट दुनिया
में सबसे
ज्यादा बिकने
वाला विटामिन
एंड डाइटरी
सप्लीमेंट है।[iii] न्यूट्रिलाइट ने
खुद को
भारत में
विटामिन एंड
डाइटरी सप्लीमेंट
श्रेणी में
अग्रणी ब्रांड
के रूप
में स्थापित
किया है।
एम्वे ने
ब्रांड को
बढ़ावा देने
के लिए
भारत में
न्यूट्रिलाइट रेंज
के ब्रांड
एंबेसडर के
रूप में
फरहान अख्तर
को साइन
किया है।
आर्टिस्ट्री भारत
का नंबर
1 प्रीमियम स्किन
केयर ब्रांड
है।[iv] एम्वे इंडिया
ने भारतीय
युवाओं के
लिए प्रारंभिक
स्तर के
प्रीमियम स्किन
केयर एवं
कॉस्मेटिक ब्रांड
'एटिट्यूड' का भी शुभारंभ
किया है।
उत्पादों की
श्रृंखला को
भारतीय उपभोक्ताओं
की जरूरतों
को ध्यान
में रखते
हुए विकसित
किया गया
है।
एम्वे इंडिया
नई श्रेणियों
में बड़ी
तेजी से
प्रवेश कर
रहा है।
विशेष रूप
से,
कंपनी ने
‘W.O.W.’ (वज़न से
अधिक इच्छाशक्ति)
नामक एक
वज़न प्रबंधन
कार्यक्रम शुरू
किया है,
जिसकी भारतीय
उपभोक्ताओं ने
काफी सराहना
की। एम्वे
ने प्रीमियम
कुकवेयर रेंज
एम्वे क्वीन
के लॉन्च
के साथ
उपभोक्ता वस्तुओं
के क्षेत्र
में तथा
एक्सएस के
साथ एनर्जी
ड्रिंक और
स्पोर्ट्स न्यूट्रीशन
सेगमेंट (व्हे प्रोटीन) में प्रवेश किया।
हाल ही
में,
एम्वे ने
विशेष रूप
से भारतीय
उपभोक्ताओं के
लिए विकसित
न्यूट्रिलाइट ट्रेडिशनल
हर्ब रेंज
के लॉन्च
की घोषणा
की।
भारत में
एम्वे का
विनिर्माण संयंत्र
तमिलनाडु के
डिंडीगुल जिले
के निलाकोट्टाई
में स्थित
है। यह
अमेरिका के
बाहर स्थित
एम्वे का
तीसरा विनिर्माण
संयंत्र है।
अन्य विनिर्माण
संयंत्र चीन
और वियतनाम
में स्थित
हैं। डिंडीगुल
जिले में
स्थित एम्वे
इंडिया के
विनिर्माण संयंत्र
ने,
यूएस ग्रीन
बिल्डिंग काउंसिल
(यूएसजीबीसी) द्वारा
'एलईईडी गोल्ड'
प्रमाणन प्राप्त
किया है,
जो उद्योग
जगत में
स्थिरता के
संदर्भ में
हमारे नेतृत्व
को दर्शाता
है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें