राँची के आर्किड अस्पताल में डाॅक्टरों को मिली बड़ी सफलता
रांची। आॅर्किड अस्पताल के चिकित्सकों एवम् मेडिकल टीम ने कोमा में गई मरीज बिमला देवी बजोरिया को गहन चिकित्सा एवम् सेवा के तत्पश्चात जीवन दान दिया।
ज्ञात हो की रिफ्रेक्टरी स्टेटस एपिलेपटिक्स एक घातक बीमारी है जिसमें मरीज को लगातार मिरगी के दौरे पड़ते है। आमतौर पर मिरगी का दौरा पड़ने के बाद व्यक्ति सामान्य अवस्था में लौट जाता है परन्तु इस बीमारी में सामान्य अवस्था में आने से पूर्व ही दोबारा और कई बार दौरे पड़ जाते है। और विलम्ब करने पर प्राण घातक सिद्ध होते है।
उक्त मरीज तेज बुखार, गर्दन दर्द, आरटेरियल सेन्सोरियम, अफासिया की शिकायत पर अपोलो हाॅस्पिटल, कोलकाता में भर्ती हुई। इस बीमारी की पुष्टि होने के बाद एवम् वेंटिलेटर सपोर्ट में चले जाने के पश्चात् वहाँ के चिकित्सकों ने लगभग इनके परिजनों केा जवाब ही दे दिया था, तत्पश्चात् राँची के निवासी होने के कारण इन्हें आॅर्किड अस्पताल में न्यूरोलोजिस्ट डाॅ उज्जवल राॅय के परामर्श में भर्ती किया गया।
उक्त मरीज को फिजिसियन एवम् कार्डियोलोजिस्ट डाॅ एस.सी.जैन, न्यूरोलाॅजिस्ट डाँ उज्जवल राॅय, डायबिटोलाॅजिस्ट डाॅ बिनय ढनढनीया, इंटेसीव केयर के हेड डाॅ राश कुजुर, डाॅ सुयश सिन्हा, इंटेसिमिष्ट डाॅ अमित गुप्ता एवम् डाॅ कृष्णा प्रसाद की टीम के देख-रेख में इलाज शुरू हुआ।
मरीज की लगातार म्म्ळ माॅनिटिरिंग की गई और धीरे-धीरे वेन्टीलेटर से हटाया गया, मरीज की स्थिति में धीरे-धीर सुधार हुआ एवम् काफी संयम और धैर्य रखते हुए वो सामान्य स्थिति में लौट आई, और वर्तमान में अस्पताल से डिस्चार्ज की जा रही है।
लगभग 1) महीने के इस चिकित्सीय प्रक्रिया एवम् जटिल बीमारी से ईजाद दिलाने में आॅर्किड अस्पताल की नर्सींग टीम का योगदान अतयंत सराहनीय रहा क्योकिं इस बीमारी में नर्सींग केयर की अहम भूमिका होती है, चिकित्सा के इस आधुनिक युग में क्रिटिकल केयर यूनिट एवं अस्पताल की क्रिटकल केयर टीम किसी भी गंभीर एवं असाध्य बीमारी के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। इस तरह एक सशक्त क्रिटिकल केयर टीम के द्वारा गंभीर मरीजों के इलाज में योगदान से जटिल बिमारियों से ग्रषित एवं मल्टीप्ल आॅर्गन फेलियर से जूझते मरीजों के स्वस्थ होने की आशा एवं मात्रा में वृद्धि हुई है एवं गंभीर बिमारियों से ग्रसित मरीज लाभान्वित भी हुए है। आॅर्किड अस्पताल अपनी स्थापना के समय से ही उच्च गुणवत्ता युक्त क्रिटिकल केयर चिकित्सा झारखंडवासियों को मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस प्रेस वार्ता की सम्बोधित अस्पताल के ब्व्व् डाॅ ए॰के॰ पाण्डे, न्यूरोलोजिस्ट, डाॅ उज्जवल राॅय, क्रिटिकल केयर टीम के हेड डाॅ राश कुजुर, इन्टेसिभिष्ट डाॅ अमित गुप्ता एवम्, सिनियर रेजिस्ट्रार डाॅ कृष्णा प्रसाद ने किया, इस मौके पर आर्किड अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डाॅ रमन भी मौजुद थें।
रांची। आॅर्किड अस्पताल के चिकित्सकों एवम् मेडिकल टीम ने कोमा में गई मरीज बिमला देवी बजोरिया को गहन चिकित्सा एवम् सेवा के तत्पश्चात जीवन दान दिया।
ज्ञात हो की रिफ्रेक्टरी स्टेटस एपिलेपटिक्स एक घातक बीमारी है जिसमें मरीज को लगातार मिरगी के दौरे पड़ते है। आमतौर पर मिरगी का दौरा पड़ने के बाद व्यक्ति सामान्य अवस्था में लौट जाता है परन्तु इस बीमारी में सामान्य अवस्था में आने से पूर्व ही दोबारा और कई बार दौरे पड़ जाते है। और विलम्ब करने पर प्राण घातक सिद्ध होते है।
उक्त मरीज तेज बुखार, गर्दन दर्द, आरटेरियल सेन्सोरियम, अफासिया की शिकायत पर अपोलो हाॅस्पिटल, कोलकाता में भर्ती हुई। इस बीमारी की पुष्टि होने के बाद एवम् वेंटिलेटर सपोर्ट में चले जाने के पश्चात् वहाँ के चिकित्सकों ने लगभग इनके परिजनों केा जवाब ही दे दिया था, तत्पश्चात् राँची के निवासी होने के कारण इन्हें आॅर्किड अस्पताल में न्यूरोलोजिस्ट डाॅ उज्जवल राॅय के परामर्श में भर्ती किया गया।
उक्त मरीज को फिजिसियन एवम् कार्डियोलोजिस्ट डाॅ एस.सी.जैन, न्यूरोलाॅजिस्ट डाँ उज्जवल राॅय, डायबिटोलाॅजिस्ट डाॅ बिनय ढनढनीया, इंटेसीव केयर के हेड डाॅ राश कुजुर, डाॅ सुयश सिन्हा, इंटेसिमिष्ट डाॅ अमित गुप्ता एवम् डाॅ कृष्णा प्रसाद की टीम के देख-रेख में इलाज शुरू हुआ।
मरीज की लगातार म्म्ळ माॅनिटिरिंग की गई और धीरे-धीरे वेन्टीलेटर से हटाया गया, मरीज की स्थिति में धीरे-धीर सुधार हुआ एवम् काफी संयम और धैर्य रखते हुए वो सामान्य स्थिति में लौट आई, और वर्तमान में अस्पताल से डिस्चार्ज की जा रही है।
लगभग 1) महीने के इस चिकित्सीय प्रक्रिया एवम् जटिल बीमारी से ईजाद दिलाने में आॅर्किड अस्पताल की नर्सींग टीम का योगदान अतयंत सराहनीय रहा क्योकिं इस बीमारी में नर्सींग केयर की अहम भूमिका होती है, चिकित्सा के इस आधुनिक युग में क्रिटिकल केयर यूनिट एवं अस्पताल की क्रिटकल केयर टीम किसी भी गंभीर एवं असाध्य बीमारी के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। इस तरह एक सशक्त क्रिटिकल केयर टीम के द्वारा गंभीर मरीजों के इलाज में योगदान से जटिल बिमारियों से ग्रषित एवं मल्टीप्ल आॅर्गन फेलियर से जूझते मरीजों के स्वस्थ होने की आशा एवं मात्रा में वृद्धि हुई है एवं गंभीर बिमारियों से ग्रसित मरीज लाभान्वित भी हुए है। आॅर्किड अस्पताल अपनी स्थापना के समय से ही उच्च गुणवत्ता युक्त क्रिटिकल केयर चिकित्सा झारखंडवासियों को मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस प्रेस वार्ता की सम्बोधित अस्पताल के ब्व्व् डाॅ ए॰के॰ पाण्डे, न्यूरोलोजिस्ट, डाॅ उज्जवल राॅय, क्रिटिकल केयर टीम के हेड डाॅ राश कुजुर, इन्टेसिभिष्ट डाॅ अमित गुप्ता एवम्, सिनियर रेजिस्ट्रार डाॅ कृष्णा प्रसाद ने किया, इस मौके पर आर्किड अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डाॅ रमन भी मौजुद थें।
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