एचईसी परिसर के दुकानदारों ने सुबोधकांत सहाय को बताई पीड़ा
किराए में बढ़ोत्तरी अनुचित : सहाय
रांची । एचईसी प्रबंधन की ओर से आवासीय परिसर में स्थित आवंटित दुकानों का किराया बढ़ाने के निर्णय का दुकानदारों ने विरोध किया है। मंगलवार को प्रबंधन के इस निर्णय के विरोध स्वरूप परिसर स्थित सेक्टर एक,दो व तीन मार्केट, शर्मा मार्केट, जेपी मार्केट, धुर्वा के सभी दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। दुकानदारों का एक प्रतिनिधिमंडल जगन्नाथपुर व्यवसायी संघ के बैनर तले वीरेंद्र सिंह व श्याम नारायण मिश्र के नेतृत्व में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय से मिलकर इस मामले में हस्तक्षेप कर समाधान का आग्रह किया। दुकानदारों ने श्री सहाय को बताया कि परिसर में लगभग 1200 दुकानें आवंटित है। जबकि अवैध दुकानों की संख्या बीस हजार से ऊपर है। अवैध दुकानों से प्रबंधन किसी प्रकार का शुल्क नहीं लेता है। वहीं वैध और आवंटित दुकानदार प्रबंधन को नियमित रूप से किराया, लीज रेंट व शुल्क का भुगतान करते हैं। श्री सिंह ने बताया कि वर्ष 2006 में एच ई सी प्रबंधन के साथ हुई वार्ता में सहमति बनी थी कि भविष्य मे किराया वृद्धि का निर्णय दुकानदारों के साथ बातचीत करने के बाद ही लिया जाएगा। अब प्रबंधन अपने ही वायदे से मुकर रहा है।
श्री सहाय ने दुकानदारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रबंधन के इस मनमाने तुगलकी फरमान का विरोध किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने एच ई सी के सीएमडी अविजित घोष से फोन पर बात करते हुए दुकानदारों की समस्याओं से अवगत कराया और कहा कि भाड़ा बढ़ाने का निर्णय तर्कसंगत नहीं है। यह वर्ष 2006 मे हुई वार्ता का भी उल्लंघन है। उन्होंने इस संबंध में त्रिपक्षीय वार्ता कर हल निकालने पर बल देते हुए प्रबंधन से तत्काल भाड़ा वृद्धि वापस लेने की बात कही। श्री सहाय ने सीएमडी से कहा कि अवैध दुकानों की बढ़ती संख्या से आवंटित दुकानों के संचालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। दुकानदारों की बिक्री घट गई है। ऐसे में किराया बढ़ाया जाना अनुचित है। उनके मुताबिक प्रबंधन ने वार्ता के लिए सहमति जताई है। प्रतिनिधिमंडल में नवीन अंबष्ठ, संजीत कुमार सिन्हा, हरेन्द्र प्रसाद सहित अन्य शामिल थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें