महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना जरूरी : डॉ. लुईस मरांडी
रांची। अग्रवाल सभा महिला समिति के तत्वावधान में सावन मेले का शुभारम्भ गणेश वंदना के साथ अपर बाजार स्थित अग्रेसन भवन में किया गया। इस मेले का मुख्य अतिथि सूबे के मंत्री डॉ लुईस मरांडी, विशिष्ट अतिथि संजय सेठ, धनबाद मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल थे।
सभा द्वारा यह 20वां मेला है। मेले का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारना और उनके हाथों से बनी कलात्मक वस्तुओं को एक मंच प्रदान करना है। ताकि वे अपनी प्रतिभा का खुलकर प्रदर्शन कर सकें।
मेले में उपस्थित मुख्य अतिथि सूबे के मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा की अग्रवाल सभा महिला समिति बहुत अच्छा काम कर रही है, जो की सराहनीय है। मेले में लगे स्टॉलों का भ्रमण कर आनंद लिया और कहा कि मेला काफी लुभावना है। मुझे यहां आकर काफी अच्छा लगा। महिलाएं आगे बढ़ रही हैं , यह राज्य के लिए अच्छी बात है, उन्होंने कहा कि मैंने महिला समिति से आग्रह भी किया है कि समिति नीचे स्तर के लोगों को भी सीखने-सिखाने का जिम्मा ले तो आने वाले समय में महिलाओं को छोटे-छोटे उद्योग लगाने में सरकार भी मदद करेगी।
विशिष्ठ अतिथि धनबाद मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा की आज के दौर में महिलायें कमजोर नही है और न किसी से कम हैं। महिलायें गाड़ी के दो पहिये के सामान हैं वे लोगों से कंधे से कन्धा मिलाकर चले तो वो किसी के कम नहीं होगी। अब की महिलायें किसी के ऊपर निर्भर नही होती है।
वहीं संजय सेठ ने कहा की आज की महिलायें हर क्षेत्र में आगे है समाज के बिच महिलाएं अपनी खुद की पहचान बनाई है उन्होंने कहा की महिलायें शहर के अलावे गांव में भी काम कर रही है। और कई महिलाओं को साथ में आगे बढ़ा रही है। महिलायें के द्वारा बनाई गई वस्तुओं को सिर्फ बाजार देने की जरुरत है।
मेले की संजोजिका नीरा बथवाल ने कहा की जब हमलोगों ने 20 साल पहले जब ये मेले की शुरुवात की थी उस समय बहुत परेशानियां आई थी और हमारे टीम में मात्र 20 महिलाएं थी लेकिन अब हमारे पास 120 महिलाएं साथ है। ये महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण है।
मौके पर मेले की सदस्य रूपा अग्रवाल, अलका सरावगी, अंशु नेवटिया, बिना बूबना, गीता डालमिया, मधु रोहतगी, रीना सुरेखा, बबीता, मंजू लोहिया, मंजू केडिया, नैना मोर, पूर्व अध्यक्ष पवन पोद्दार, महामन्त्री कौशल राजगढ़िया, विनोद जैन, मीडिया प्रभारी अन्नू पोद्दार, रेखा अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, लिपिका गारोड़िया, प्रीति पोद्दार के अलावे दर्जनों सदस्य मौजूद थे।
रांची। अग्रवाल सभा महिला समिति के तत्वावधान में सावन मेले का शुभारम्भ गणेश वंदना के साथ अपर बाजार स्थित अग्रेसन भवन में किया गया। इस मेले का मुख्य अतिथि सूबे के मंत्री डॉ लुईस मरांडी, विशिष्ट अतिथि संजय सेठ, धनबाद मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल थे।
सभा द्वारा यह 20वां मेला है। मेले का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारना और उनके हाथों से बनी कलात्मक वस्तुओं को एक मंच प्रदान करना है। ताकि वे अपनी प्रतिभा का खुलकर प्रदर्शन कर सकें।
मेले में उपस्थित मुख्य अतिथि सूबे के मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा की अग्रवाल सभा महिला समिति बहुत अच्छा काम कर रही है, जो की सराहनीय है। मेले में लगे स्टॉलों का भ्रमण कर आनंद लिया और कहा कि मेला काफी लुभावना है। मुझे यहां आकर काफी अच्छा लगा। महिलाएं आगे बढ़ रही हैं , यह राज्य के लिए अच्छी बात है, उन्होंने कहा कि मैंने महिला समिति से आग्रह भी किया है कि समिति नीचे स्तर के लोगों को भी सीखने-सिखाने का जिम्मा ले तो आने वाले समय में महिलाओं को छोटे-छोटे उद्योग लगाने में सरकार भी मदद करेगी।
विशिष्ठ अतिथि धनबाद मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा की आज के दौर में महिलायें कमजोर नही है और न किसी से कम हैं। महिलायें गाड़ी के दो पहिये के सामान हैं वे लोगों से कंधे से कन्धा मिलाकर चले तो वो किसी के कम नहीं होगी। अब की महिलायें किसी के ऊपर निर्भर नही होती है।
वहीं संजय सेठ ने कहा की आज की महिलायें हर क्षेत्र में आगे है समाज के बिच महिलाएं अपनी खुद की पहचान बनाई है उन्होंने कहा की महिलायें शहर के अलावे गांव में भी काम कर रही है। और कई महिलाओं को साथ में आगे बढ़ा रही है। महिलायें के द्वारा बनाई गई वस्तुओं को सिर्फ बाजार देने की जरुरत है।
मेले की संजोजिका नीरा बथवाल ने कहा की जब हमलोगों ने 20 साल पहले जब ये मेले की शुरुवात की थी उस समय बहुत परेशानियां आई थी और हमारे टीम में मात्र 20 महिलाएं थी लेकिन अब हमारे पास 120 महिलाएं साथ है। ये महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण है।
मौके पर मेले की सदस्य रूपा अग्रवाल, अलका सरावगी, अंशु नेवटिया, बिना बूबना, गीता डालमिया, मधु रोहतगी, रीना सुरेखा, बबीता, मंजू लोहिया, मंजू केडिया, नैना मोर, पूर्व अध्यक्ष पवन पोद्दार, महामन्त्री कौशल राजगढ़िया, विनोद जैन, मीडिया प्रभारी अन्नू पोद्दार, रेखा अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, लिपिका गारोड़िया, प्रीति पोद्दार के अलावे दर्जनों सदस्य मौजूद थे।
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