रांची। झारखंड प्रदेश राजद कार्यालय में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया तथा इस अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया,विचार गोष्ठी का विषय विस्थापन औऱ आंदोलन था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता की पार्टी के उपाध्यक्ष राजेश यादव ने किया।अध्यक्षता करते हुए राजेश यादव ने कहा कि शोषण के विरुद्ध झारखंड अलग राज्य की स्थापना हुई तथा झारखंड आंदोलन में आदिवासियों का अहम भूमिका रही औऱ झारखंड राज्य अलग हुआ इसके उपरांत यँहा के आदिवासी आर्थिक,सामाजिक,शैक्षणिक काफी पिछड़ गए कोई भी मुख्यमंत्री इनके विकास के लिये तत्परता नहीं दिखाई सरकार इनके समुचित विकास के लिए ठोस पहल करें।
संचालन महासचिव आबिद अली ने किया।संचालन करते हुए कहा कि इनके अधिकार दिलाने औऱ उनकी समस्या के निराकरण,भाषा,संस्कृति तथा मूलभूत हक दिलाने क लिए राजद कृतसंकल्पित है।
पार्टी के प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज की भूमिका स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर झारखंड आंदोलन तक मे अहम भूमिका निभाया है तत्पश्चात झारखंड राज्य अलग हुआ। ।अलग होने के उपरांत आज यह समाज अपने आप को ठगा महसुश कर रही है।जितना विकाश इस समाज के लिये होना चाहिये था किसी मुख्यमंत्री ने इनके प्रति तथा इनके समाज के विकाश के प्रति संवेदशील नही रहा जिसका नतीजा है कि प्रत्येक मामले में ए पिछड़े है।इनके उत्थान के लिये राजद गंभीर है इनके अधिकार और हक के लिये लड़ाई लड़ने का काम करेगी।
संगोष्ठी को माहसचिव मनोज कुमार पांडेय, ,मो फिरोज,प्रणय कुमार बबलू,चंद्रशेखर भगत,अर्जुन यादव,सत्यरूपा पांडेय, पिंकी यादव , पवन चंद्रवंशी,अवधेश कुमार पाल, इम्तियाज वर्षी, गफार अंसारी,कमलेश यादव,रमैया उरांव,आशा लकड़ा,गीता देवी,शून्यता चौधरी,म्हणचंद्र चौधरी, धर्मेन्द्र कुमार सिंह ,आसुतोष यादव,संजय कुमार मो अकबर,मिनहाज अंसारी
सहित सैकड़ों नेता कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता की पार्टी के उपाध्यक्ष राजेश यादव ने किया।अध्यक्षता करते हुए राजेश यादव ने कहा कि शोषण के विरुद्ध झारखंड अलग राज्य की स्थापना हुई तथा झारखंड आंदोलन में आदिवासियों का अहम भूमिका रही औऱ झारखंड राज्य अलग हुआ इसके उपरांत यँहा के आदिवासी आर्थिक,सामाजिक,शैक्षणिक काफी पिछड़ गए कोई भी मुख्यमंत्री इनके विकास के लिये तत्परता नहीं दिखाई सरकार इनके समुचित विकास के लिए ठोस पहल करें।
संचालन महासचिव आबिद अली ने किया।संचालन करते हुए कहा कि इनके अधिकार दिलाने औऱ उनकी समस्या के निराकरण,भाषा,संस्कृति तथा मूलभूत हक दिलाने क लिए राजद कृतसंकल्पित है।
पार्टी के प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज की भूमिका स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर झारखंड आंदोलन तक मे अहम भूमिका निभाया है तत्पश्चात झारखंड राज्य अलग हुआ। ।अलग होने के उपरांत आज यह समाज अपने आप को ठगा महसुश कर रही है।जितना विकाश इस समाज के लिये होना चाहिये था किसी मुख्यमंत्री ने इनके प्रति तथा इनके समाज के विकाश के प्रति संवेदशील नही रहा जिसका नतीजा है कि प्रत्येक मामले में ए पिछड़े है।इनके उत्थान के लिये राजद गंभीर है इनके अधिकार और हक के लिये लड़ाई लड़ने का काम करेगी।
संगोष्ठी को माहसचिव मनोज कुमार पांडेय, ,मो फिरोज,प्रणय कुमार बबलू,चंद्रशेखर भगत,अर्जुन यादव,सत्यरूपा पांडेय, पिंकी यादव , पवन चंद्रवंशी,अवधेश कुमार पाल, इम्तियाज वर्षी, गफार अंसारी,कमलेश यादव,रमैया उरांव,आशा लकड़ा,गीता देवी,शून्यता चौधरी,म्हणचंद्र चौधरी, धर्मेन्द्र कुमार सिंह ,आसुतोष यादव,संजय कुमार मो अकबर,मिनहाज अंसारी
सहित सैकड़ों नेता कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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