यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 13 अगस्त 2018

झारखंड के मुख्यमंत्री ने कांवरियों से किया सीधा संवाद

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित सोन मंडप से देवघर के कांवरिया पथ के  सरासरी में कांवरियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सीधा संवाद किया। उत्तर प्रदेश के महू, गोरखपुर गाजियाबाद, बिहार के भागलपुर, महाराष्ट्र के मुंबई सहित देशभर के विभिन्न राज्यों से आए हुए कांवरियों ने मुख्यमंत्री को मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं के बारे में अपने अनुभव बताए।

देवघर श्रावणी मेला परिसर में सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा साफ-सफाई, इंद्र-वर्षा, टेंट-सिटी, स्वास्थ्य सेवाएं, बासुकीनाथ धाम तक के लिए बाबा धाम से नि:शुल्क बस सेवा जैसी जो व्यवस्थाएं की गई हैं , श्रद्धालुगण व्यवस्था से काफी संतुष्ट दिखे। कुछ श्रद्धालुओं के द्वारा सुझाव भी दिए गए। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि 2019 में होने वाले श्रावणी मेला में दी जाने वाली व्यवस्थाएं और भी अधिक गुणवत्ता पूर्ण होंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सावन की तीसरी सोमवारी को देश दुनिया से आए हुए सभी देव तुल्य श्रद्धालुओं का बाबा नगरी में हृदय से स्वागत है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन पूरे मनोयोग से सारी व्यवस्थाओं को अत्युत्तम बनाने की दिशा में कार्यरत है। उन्होंने कहा कि द्वादश ज्योतिर्लिंग में रावणेश्वर महादेव को मनोकामना ज्योतिर्लिंग के रूप में भी जाना जाता है। देव तुल्य श्रद्धालु, डाक बम और साधारण बम कठिन रास्ते तय कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मनोकामना ज्योतिर्लिंग के दर्शन को आते हैं। और यह लक्ष्य भगवान शिव पर जल अर्पण करना है। उन्होंने कहा कि विधायक बनने के पूर्व 7 बार सुल्तानगंज से पैदल चलकर बाबा भोलेनाथ पर जल चढ़ा चुके हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी भगवान शिव का जलाभिषेक करने की परंपरा को कायम रखा है। जमशेदपुर के बारीडीह छठ घाट में स्वर्णरेखा नदी से जल भरकर जमशेदपुर के सूर्य मंदिर के शिवलिंग में 10000 श्रद्धालुओं के साथ जलाभिषेक किया। नारी शक्ति ने भी बढ़ चढ़कर भगवान शिव को जल चढ़ाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने भगवान शिव से आराधना की है कि देश दुनिया से श्रद्धालु जो मनोकामना लेकर आते हैं उनकी मनोकामना को पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद से ही मैं राज्य का मुख्य सेवक बना हूं। उन्होंने कहा कि शिव का उपदेश है कि लोक कल्याण के काम करने चाहिए। शिव का मर्म है कि अच्छाई और बुराई दोनों को अपने में आत्मसात कर ले और दुनिया में सर्वत्र अच्छाई, सकारात्मक ऊर्जा और नवीन प्रकाश के स्रोत को वितरित करें। सरकार द्वारा जो काम किए जा रहे हैं उनके पीछे लोक कल्याण का भाव छिपा हुआ है। इसी दृष्टिकोण से कांवरियों को कोई असुविधा ना हो यह प्रयास सरकार एवं जिला प्रशासन के द्वारा लगातार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरे अंदर जो शक्ति है वह भी जनता की शक्ति है और जनता के उत्साह एवं आत्मविश्वास से मुझे नई ऊर्जा प्राप्त होती है और इस ऊर्जा को लोक कल्याण में अर्पित करता हूं। उन्होंने कहा कि शिव ने अमृत और विष दोनों ग्रहण किए और विष को अपने अंदर पचा लिया, हम सभी भी यह प्रयास करें कि समाज के अंदर की विकृतियों को पचा कर अपने मुखारविंद से अमृतवाणी निकले ताकि देश समाज में आपसी भाईचारा, लोक कल्याण और प्रेम कायम रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बासुकीनाथ में फौजदारी बाबा हैं और उनके दर्शन के लिए भी जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देवघर से बासुकीनाथ तक नि:शुल्क बस सेवा राज्य सरकार ने प्रारंभ की है। वह सुविधा सुचारु रुप से मिल रही है इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कांवरियों से जानकारी ली। आजमगढ़ से आए हुए बम ने कहा कि विगत 19 वर्षों से लगातार आकर यहां पर 1 माह तक निरंतर अपनी सेवा मेला परिसर में आए हुए श्रद्धालुओं को देते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां पर लगभग 40 बसें चलती हैं और विगत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष सर्वोत्तम व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने सरकार, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग कथा व्यवस्था संचालन में लगे हुए सभी संबंधित विभागों को साधुवाद देते हुए कहा कि इसी प्रतिबद्धता के साथ देव तुल्य कांवरियों की सेवा पूरे श्रावण मास में करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी धर्मों का मूल आधार सेवा है। देव तुल्य जनता की सेवा करने का जो मौका मिला है उसे पूरी प्रतिबद्धता के साथ निभाएं। बासुकीनाथ के प्रशासन को भी साधुवाद दिया। देवघर के उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि आज सावन के तृतीय सोमवार को एक दिन में लगभग 3,00,000 लोगों के जल अर्पण करने की संभावना है।
राज्य सरकार की एक अनूठी पहल के तहत श्रावण मास में देवघर स्थित रावणेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं के साथ राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा सीधा संवाद किया जाता है। मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं से उनकी अनुभूति जानी जाती है और उनके महत्वपूर्ण सुझावों को प्राप्त किया जाता है. श्रद्धालुओं और आगंतुकों के  आवासन के लिए अनुकूलतम  व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जा सके।

मुख्यमंत्री द्वारा आज तीसरे सोमवार को जमशेदपुर के स्वर्ण मंडप से कांवरियों के साथ सीधा संवाद किया गया। देश विदेश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आए हुए श्रद्धालुओं ने अपने अनुभव साझा किए।

एक डाक बम ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि  विगत 2 वर्षों से यहां की व्यवस्था बहुत अच्छी है और इसलिए वह अन्य श्रद्धालुओं को भी आने के लिए प्रेरित करते हैं।

भागलपुर से आए हुए अविनाश कुमार ने कहा कि झारखंड में प्रवेश करने के बाद बहुत सुंदर व्यवस्था प्राप्त हुई। वह 11 वर्षों से यहां आ रहे हैं। साफ-सफाई बेहतर है, स्वास्थ्य व्यवस्था उत्तम है, इंद्र वर्षा, निशुल्क शौचालय की व्यवस्था से मन प्रसन्न है।

उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले से आए हुए प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड में प्रवेश के बाद ही मखमली बालू, जगह-जगह शौचालय और उत्तम व्यवस्था मिली और उन्होंने यह कामना की कि प्रत्येक वर्ष इस तरह की व्यवस्था मिले।

उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ से ही आए हुए मूलचंद विगत 14 वर्षों से बाबा के दर्शनों को आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतने दिनों में अबकी बार जो व्यवस्था की गई है वह अब तक दी गई सबसे अच्छी व्यवस्था है।

उत्तर प्रदेश के मऊनादभंजन के रहने वाले कांवरिया ने बताया कि जैसे ही दुम्मा पार किया मखमली बालू, जगह-जगह इंद्र वर्षा झरना, शौचालय बिजली, प्रशासन की व्यवस्था बहुत अच्छी लगी। विगत 17 सालों से आ रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे और अन्य लोगों को भी देवघर आने के लिए आग्रह करेंगे।

यूपी के आजमगढ़ से आए हुए एक  अन्य कांवरिया ने बताया कि स्वास्थ्य और सफाई की व्यवस्था बहुत उत्तम है जगह-जगह बालू पेयजल की व्यवस्था बेहतर है।

बिहार के जहानाबाद जिले से अपने पति के साथ आई हुई किरण देवी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वह 4 सालों से बाबा के दर्शनों के लिए आ रही हैं और झारखंड आकर काफी प्रसन्न महसूस करती हैं। यहां बाबा के दरबार में आकर कोई भी दुख दर्द नहीं रहता और काफी श्रद्धा से मन भर जाता है।

वैशाली जिला के लालगंज गांव से आए हुए कांवरिया ने कहा कि पिछले साल से भी बहुत अच्छी सुविधा इस बार यहां हुई है। ऐसे ही इसी प्रकार सुविधा प्राप्त होती रहे। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष वह अपने परिवार के साथ बाबा के दर्शनों के लिए आएंगे।

पहली बार मनोकामना ज्योतिर्लिंग के दर्शनों के लिए सिद्धार्थ नगर से आए हुए संजय सिंह ने कहा कि शौचालय, धर्मशाला, बालू, पेयजल की बेहतर व्यवस्था को देखते हुए अब वह यहां हर वर्ष आने का मन बना चुके हैं और अपने साथ अन्य लोगों को भी जरूर लाएंगे।

आजमगढ़ जिले से आए हुए राहुल चौरसिया ने कहा कि 5 सालों से यहां आ रहे हैं और हर साल से अच्छी व्यवस्था इस वर्ष है। आवासन की जगह जगह बहुत अच्छी व्यवस्था की गई है।

फतेहपुर से आए हुए श्रद्धालु ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया। हर जगह बेहतर रास्ता और बिजली व्यवस्था, आराम करने के लिए आश्रय स्थलों के लिए राज्य सरकार को धन्यवाद दिया।

मुंबई से आए हुए नंदू बम ने बताया कि वह छठवीं बार बाबा के दर्शन के लिए आए हैं। सुल्तानगंज के बाद सुइयापहाड़ से बहुत अच्छी सुविधा प्राप्त हुई। शौचालय, झरने, पेयजल की व्यवस्था उन्हें बहुत उत्तम लगी।

रामगढ़ जिला से आए छोटे करमाली ने कहा कि यहां की विधि व्यवस्था देखकर के अत्यंत प्रसन्नता है। मुख्यमंत्री द्वारा दी गई अत्यंत उत्तम व्यवस्थाओं के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

पंकज त्रिपाठी बने "पीपुल्स एक्टर"

  न्यूयॉर्क यात्रा के दौरान असुविधा के बावजूद प्रशंसकों के सेल्फी के अनुरोध को स्वीकार किया   मुंबई(अमरनाथ) बॉलीवुड में "पीपुल्स ...